चीन पर भड़के ट्रंप ने कहा- देना होगा दुनिया को मुआवजा, वुहान लैब से ही निकला था कोरोना वायरस; सही था मेरा बयान
ट्रंप ने कहा सबने यहां तक कि दुश्मन बताने वालों ने भी कहना शुरू कर दिया है कि वुहान के लैब से चीन के वायरस के आने की बात कहने वाले राष्ट्रपति ट्रंप सही थे। चीन को अमेरिका और दुनिया को 10 ट्रिलियन का भुगतान करना चाहिए।
By Monika MinalEdited By: Updated: Fri, 04 Jun 2021 08:23 AM (IST)
वाशिंगटन, एएनआइ। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने महामारी कोविड-19 के लिए चीन को ही जिम्मेदार बताया था और कोरोना वायरस को चीनी वायरस तक करार दिया था। अब जब यह सबके सामने आ गया है तब ट्रंप ने कहा, ' सबने यहां तक कि दुश्मन बताने वालों ने भी कहना शुरू कर दिया है कि वुहान के लैब से चीन के वायरस के आने की बात कहने वाले राष्ट्रपति ट्रंप सही थे। इस महामारी से होने वाली मौतों और नुकसान की भरपाई के लिए चीन को अमेरिका और दुनिया को 10 ट्रिलियन का भुगतान करना चाहिए।'
"Now everyone, even so-called "enemy", are beginning to say that President Trump was right about China virus coming from Wuhan Lab. China should pay 10 trillion dollars to US & world for death & destruction they have caused," reads the statement from former US President Trump pic.twitter.com/dA7TruJh0w
— ANI (@ANI) June 4, 2021
गुरुवार को महामारी के लिए चीन पर एक बार फिर भड़कते हुए पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि उनके पूर्ववर्ती बराक ओबामा प्रशासन ने बेवकूफी की और वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के लिए फंडिग किया। उन्होंने कहा कि महामारी के कारण अमेरिका समेत दुनिया भर को हुए भारी नुकसान की क्षतिपूर्ति के लिए चीन को 10 ट्रिलियन का भुगतान करना होगा। उन्होंने कहा कि तुरंत ही वुहान के फंडिंग को खत्म कर दिया था। ट्रंप ने कहा, 'जब मैंने इस बारे में सुना तब, मैंने कहा- किसी हालत में नहीं दिया जाएगा फंड।' ट्रंप ने यह भी जिक्र किया कि महामारी की शुरुआत में ही उन्होंने चीन के साथ सीमा बंद कर दी थी जिसपर संक्रामक रोक के विशेषज्ञ डॉक्टर फॉसी ने आपत्ति जताई थी।
बता दें कि 2020 के 11 मार्च को विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा महामारी घोषित किए गए कोविड-19 की शुरुआत चीन से ही हुई थी। दरअसल 2019 के अंत में चीन के वुहान में नॉवेल कोरोना वायरस के संक्रमण का पहला मामला सामने आया था जिसने दो-तीन माह के भीतर ही पूरी दुनिया को चपेट में ले लिया।