Move to Jagran APP

ट्रंप के फ्लोरिडा स्थित घर से मिले ईरान और चीन से जुड़े खुफिया दस्तावेज, FBI ने पिछले महीने की थी छापेमारी

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के घर से प्राप्त कुछ दस्तावेज में चीन और ईरान से संबंधित अत्यंत संवेदनशील खुफिया जानकारी थी। संघीय जांच ब्यूरो ने अगस्त में ट्रंप के फ्लोरिडा स्थित आवास पर छापा मारकर ये दस्तावेज बरामद किए थे।

By AgencyEdited By: Amit SinghUpdated: Sat, 22 Oct 2022 01:18 AM (IST)
Hero Image
ईरान और चीन से जुड़े खुफिया दस्तावेज मिले
वाशिंगटन, रायटर: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के घर से प्राप्त कुछ दस्तावेज में चीन और ईरान से संबंधित अत्यंत संवेदनशील खुफिया जानकारी थी। संघीय जांच ब्यूरो ने अगस्त में ट्रंप के फ्लोरिडा स्थित आवास पर छापा मारकर ये दस्तावेज बरामद किए थे। इनमें एक दस्तावेज ईरान के मिसाइल कार्यक्रम से संबंधित है। जानकारों का मानना है कि बरामद दस्तावेजों की जानकारी लीक होने कई तरह से जोखिम पैदा होने की आशंका थी। इससे अमेरिकी खुफिया एजेंसियों की मदद करने वाले लोगों के लिए भी खतरा पैदा हो सकता था।

यह भी पढ़े: अमेरिका में टाइम्स स्क्वायर से दिवाली की शुरुआत, शुक्रवार को दिवाली मनाएंगे VP हैरिस और पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप

ट्रंप के खिलाफ जांच कर रहा है अमेरिकी न्याय विभाग

अमेरिकी न्याय विभाग इस बात की जांच कर रहा है कि जनवरी 2021 में अमेरिका के राष्ट्रपति का पद छोड़ने के बाद ट्रंप ने अपनी फ्लोरिडा संपत्ति में लगभग 100 वर्गीकृत दस्तावेजों सहित सरकारी रिकॉर्ड लेकर कानून तोड़ा या नहीं। विभाग यह भी देख रहा है कि क्या ट्रंप या उनकी टीम ने न्याय में बाधा डाली जब एफबीआई ने एजेंटों को उनके घर की तलाशी के लिए भेजा गया।

कैपिटल हिंसा मामले में ट्रंप के सहयोगी को चार माह की जेल

कैपिटल हिंसा मामले की जांच कर रही प्रतिनिधि सभा की समिति ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को पूछताछ के लिए तलब किया है। इस मामले में उनसे शपथपत्र देने के लिए भी कहा गया है। ट्रंप से 14 नवंबर या इसके आसपास पेश होने को कहा गया है। सांसदों का मानना है कि राष्ट्रपति चुनाव का परिणाम बदलने की कोशिशों के तहत यह हिंसा की गई थी। लंबे समय तक ट्रंप के सहयोगी रहे स्टीव बैनन को कैपिटल हिंसा मामले में चार महीने जेल की सजा सुनाई गई है।

ट्रंप के सहयोगी को कैद

यूएस कैपिटल में छह जनवरी के विद्रोह की जांच कर रही संसदीय समिति के समन की अवहेलना के बाद उनको यह सजा सुनाई गई है। जिला जज कार्ल निकोलस ने बैनन पर 6,500 डालर का जुर्माना भी लगाया है। निकोलस ने कहा, कानून स्पष्ट है कि संसद की अवमानना में कम-से-कम एक महीने की सजा का प्रविधान है। अन्य लोगों को इसी तरह का अपराध करने से हर हाल में रोका जाना चाहिए। अभियोजकों ने कहा था कि बैनन को छह महीने के लिए जेल भेजा जाना चाहिए।

यह भी पढ़े: चुनावों में बाइडन ने चला रूस-यूक्रेन युद्ध का दांव, बोले- अगर रिपब्लिकन जीते तो रुक जाएगी जेलेंस्की को मदद