अमेरिका में पहली बार नाइट्रोजन से मौत की सजा को मंजूरी, कोर्ट ने आदेश पर लगाई मुहर
अमेरिकी जिला न्यायाधीश आर. आस्टिन हफेकर ने अलबामा के कैदी केनेथ यूजीन स्मिथ की नाइट्रोजन हाइपोक्सिया से 25 जनवरी को निर्धारित मौत की सजा को रोकने के अनुरोध को खारिज कर दिया। स्मिथ के वकीलों ने कहा कि एक अप्रयुक्त पद्धति के लिए उनके मुवक्किल को टेस्ट सब्जेक्ट बनाने की कोशिश हो रही है। वे इस फैसले के विरुद्ध अपील कर सकते हैं।
एपी, मोंटगोमरी। अलबामा में एक संघीय न्यायाधीश ने नाइट्रोजन गैस से मौत की सजा देने पर मुहर लगा दी है। अगर ऊपरी अदालत से इस पर रोक नहीं लगी तो अमेरिका में इस नई विधि से दी जाने वाली यह पहली मौत की सजा होगी। कैदी को इस महीने के अंत में सजा दी जानी है। क्रूर और प्रयोगात्मक बताकर कैदी के वकील इसकी आलोचना कर रहे हैं।
अमेरिकी जिला न्यायाधीश आर. आस्टिन हफेकर ने अलबामा के कैदी केनेथ यूजीन स्मिथ की नाइट्रोजन हाइपोक्सिया से 25 जनवरी को निर्धारित मौत की सजा को रोकने के अनुरोध को खारिज कर दिया। स्मिथ के वकीलों ने कहा कि एक अप्रयुक्त पद्धति के लिए उनके मुवक्किल को ''टेस्ट सब्जेक्ट'' बनाने की कोशिश हो रही है। वे इस फैसले के विरुद्ध अपील कर सकते हैं।
नाइट्रोजन के जरिये मौत की सजा पर अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट से रोक लग सकती है। इस पद्धति में सांस लेने वाली आक्सीजन को नाइट्रोजन से बदलने के लिए दोषी के नाक और मुंह पर एक मास्क लगाया जाता है जिससे आक्सीजन की कमी से उसकी मृत्यु हो जाती है। अलबामा के अलावा मिसिसिपी और ओक्लाहोमा में नाइट्रोजन से मौत की सजा देने की अनुमति है, लेकिन अब तक किसी भी राज्य ने इसका उपयोग नहीं किया है।