अगले साल चार मार्च को होगी Donald Trump के मुकदमे की सुनवाई, पूर्व राष्ट्रपति ने बताया चुनावी हस्तक्षेप
राष्ट्रपति पद के लिए 2020 के चुनाव परिणामों को पलटने की कोशिश करने के आरोपों का सामना कर रहे पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ मुकदमे की सुनवाई के लिए चार मार्च 2024 की तारीख तय की गई है।अमेरिकी जिला जज तान्या ने ट्रंप के वकीलों के इन दावों को खारिज कर दिया कि सुबूतों की अधिकता को ध्यान में रखते हुए सुनवाई की तारीख अप्रैल 2026 आवश्यक थी।
By AgencyEdited By: Sonu GuptaUpdated: Tue, 29 Aug 2023 06:17 AM (IST)
वाशिंगटन, एपी। राष्ट्रपति पद के लिए 2020 के चुनाव परिणामों को पलटने की कोशिश करने के आरोपों का सामना कर रहे पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ मुकदमे की सुनवाई के लिए चार मार्च, 2024 की तारीख तय की गई है। यह तारीख सोमवार को स्थानीय अदालत की एक जज तान्य चुटकन ने बचाव पक्ष द्वारा इस मामले को आगे बढ़ाने के आग्रह को ठुकराते हुए तय की।
अमेरिकी जिला जज ने खारिज की ट्रंप के वकीलों के दावें
अमेरिकी जिला जज तान्या ने ट्रंप के वकीलों के इन दावों को खारिज कर दिया कि सुबूतों की अधिकता को ध्यान में रखते हुए सुनवाई की तारीख अप्रैल, 2026 आवश्यक थी। ट्रंप के वकीलों का दावा है कि वह एक अनोखे और अभूतपूर्व अभियोजन की पैरवी कर रहे हैं।
जज ने तारीख को बढ़ाया आगे
सुबूतों के तौर पर उन्हें इस मामले में एक करोड़ बीस लाख पेज के बराबर की सामग्री मिली है। इस मामले में विशेष वकील जैक स्मिथ की अभियोजन टीम ने मुकदमे की प्रस्तावित तारीख जनवरी, 2024 करने की मांग की थी। हालांकि, जज ने तारीख को थोड़ा आगे बढ़ा दिया।जज तान्या ने क्या कहा?
जज तान्या ने कहा कि जनता को इस मामले के त्वरित और कुशल समाधान का अधिकार है। यदि वर्तमान तिथि बरकरार रहती है तो ट्रंप के लिए झटका होगा क्योंकि वे 2024 के राष्ट्रपति चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। ट्रंप रिपब्लिकन पार्टी की ओर से नामांकन की शुरुआती दौड़ में शामिल हैं।
ट्रंप के वकील ने जताई कड़ी आपत्ति
जज ने कहा कि मैं यहां यह नोट करना चाहती हूं कि मुकदमे की तारीख तय करना प्रतिवादी के व्यक्तिगत या व्यावसायिक दायित्वों पर निर्भर नहीं होना चाहिए। ट्रंप के वकील जान लारो की कड़ी आपत्तियों के बावजूद मुकदमे की यह तारीख तय की गई।पूर्व राष्ट्रपति ने क्या कहा?
वहीं, मुकदमे के लिए तारिख के एलान के बाद पूर्व राष्ट्रपति ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने सोमवार को इसे चुनावी हस्तक्षेप करार दिया। उन्होंने अपने एक पोस्ट में कहा कि अभियोजकों ने जानबूझकर अपनी जांच को धीमा कर दिया था।