डोनाल्ड ट्रंप पर 2020 के चुनाव को पलटने की कोशिश का लगा आरोप, चार महीने में तीसरी बार बने आरोपी
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ मंगलवार को 2020 के चुनाव परिणाम को पलटने की कोशिश के लिए आरोप लगाए गए। डोनाल्ड ट्रंप पर मंगलवार को चार महीने में तीसरी बार आपराधिक आरोप लगाए गए। डोनाल्ड ट्रंप को चुनावी हार की भरपाई करने और सत्ता के हस्तांतरण को विफल करने के प्रयास के लिए संघीय जांच में आरोपी ठहराया गया।
By AgencyEdited By: Devshanker ChovdharyUpdated: Wed, 02 Aug 2023 03:30 AM (IST)
वाशिंगटन, रायटर्स। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ मंगलवार को 2020 के चुनाव परिणाम को पलटने की कोशिश के लिए आरोप लगाए गए। डोनाल्ड ट्रंप पर मंगलवार को चार महीने में तीसरी बार आपराधिक आरोप लगाए गए।
2020 चुनाव को लेकर ट्रंप पर लगा आरोप
डोनाल्ड ट्रंप को चुनावी हार की भरपाई करने और सत्ता के हस्तांतरण को विफल करने के प्रयास के लिए संघीय जांच में आरोपी ठहराया गया। इससे पहले ट्रंप ने इसकी आशंका जताई थी। ट्रंप ने मंगलवार को कहा कि उनके खिलाफ नए अभियोग की घोषणा हो सकती है।
डोनाल्ड ट्रंप ने जताई थी आशंका
ट्रंप ने कहा कि उन्होंने सुना है कि वकील जैक स्मिथ स्थानीय समयानुसार शाम पांच बजे उनके खिलाफ अभियोग की घोषणा करेंगे। ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में इसकी जानकारी दी।डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा
मैंने सुना है कि वकील जैक स्मिथ आपके पसंदीदा राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार पर एक और फर्जी अभियोग लगाएगा।
उम्मीदवार की रेस में ट्रंप सबसे आगे
डोनाल्ड ट्रंप दो मामलों में आपराधिक आरोपों का सामना कर रहे हैं। वह अगले साल होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए अभियान चला रहे हैं। जनमत सर्वेक्षणों के अनुसार, अपनी कानूनी परेशानियों के बावजूद, ट्रंप रिपब्लिकन उम्मीदवार में सबसे आगे हैं।ट्रंप समर्थकों ने व्हाइट हाउस पर बोला था हमला
विशेष वकील स्मिथ उन आरोपों की जांच कर रहे हैं, जिसमें डोनाल्ड ट्रंप और उनके सहयोगियों ने 2020 के चुनाव में डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी जो बाइडन की जीत को पलटने की कोशिश की थी। ट्रंप के समर्थकों ने छह जनवरी, 2021 को व्हाइट हाउस पर धावा बोला था।
बता दें कि अमेरिकी अटॉर्नी मेरिक गारलैंड ने विशेष वकील के रूप में जैक स्मिथ को नियुक्त किया है। स्मिथ ने पहले ट्रंप पर जनवरी 2021 में कार्यालय छोड़ने के बाद गैरकानूनी रूप से सरकारी दस्तावेजों से छेड़छाड़ और न्याय में बाधा डालने का आरोप लगाया है।