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ट्रंप ने नए साल पर अप्रवासी कामगारों को दिया झटका, Work Visa पर मार्च तक बढ़ाया प्रतिबंध

अमेरिकी निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कोरोना वायरस महामारी के कारण गुरुवार को कुछ कार्य वीजाओं पर पहले से लागू प्रतिबंधों को तीन महीने के लिए और बढ़ा दिया और नए साल पर अप्रवासी कामगारों को करारा झटका दिया। अब ये प्रतिबंध 31 मार्च तक जारी रहेंगे।

By TaniskEdited By: Updated: Fri, 01 Jan 2021 11:05 AM (IST)
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डोनाल्ड ट्रंप ने अप्रवासी कामगारों को करारा झटका दिया। (एएनआइ)
वाशिंगटन, एएनआइ। अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कोरोना वायरस महामारी के कारण गुरुवार को कुछ कार्य वीजाओं पर पहले से लागू प्रतिबंधों को तीन महीने के लिए और बढ़ा दिया और नए साल पर अप्रवासी कामगारों को करारा झटका दिया। अब ये प्रतिबंध 31 मार्च तक जारी रहेंगे। ट्रंप ने गुरुवार की घोषणा में लिखा कि अमेरिका के श्रम बाजार और अमेरिकी समुदायों के स्वास्थ्य पर कोरोना का प्रभाव चिंता का विषय है। इसमें बेरोजगारी दर, राज्यों द्वारा लागू व्यवसायों पर महामारी संबंधी प्रतिबंध और जून से कोरोनो संक्रमण के बढ़ने का हवाला दिया गया।

प्रतिबंधों ने अमेरिका में काम करने के लिए विदेशों में लोगों द्वारा उपयोग किए जाने वाले कई अस्थायी वीजाओं पर भी रोक लगा दी। इनमें H-1B वीजा शामिल है, जो तकनीकी क्षेत्र में लोकप्रिय है। इसके अलावा गैर-कृषि मौसमी श्रमिकों के लिए H-2B visas वीजा पर प्रतिबंध है। सांस्कृतिक आदान-प्रदान के लिए एयू जोड़ों और अल्पकालिक श्रमिकों के लिए जारी होने वाला J-1 वीजा और एच -1 बी और एच -2 बी धारकों के जीवनसाथी के लिए वीजा पर भी रोक है। कंपनियों के अमेरिका में कर्मचारियों को ट्रांसफर किए जाने वाला L वीजा पर प्रतिबंध लागू है। यह प्रतिबंध 31 मार्च 2021 के समाप्त होंगे। जरूरत पड़ने पर इन्हें जारी भी रखा जा सकता है। 

ट्रंप की कई आव्रजन नीतियों को रद करने की बात कह चुके हैं बाइडन 

द हिल के अनुसार, 2021 में आदेश का विस्तार करने के लिए ट्रंप को दबाव का सामना करना पड़ रहा था। कुछ सहयोगी दलों का कहना है कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था अभी तक पूरी तरह से महामारी से उबरने में सफल नहीं हुई है। बता दें कि 20 जनवरी को अमेरिका के भावी राष्ट्रपति जो बाइडन शपथ लेंगे। उन्होंने ट्रंप की कई आव्रजन नीतियों को रद करने की बात कही है। हालांकि, बाइडन की टीम की ओर से अभी ट्रंप के इस कदम पर कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।