' जेल गए लोगों को किया जाए रिहा' कैपिटल हिंसा की तीसरी बरसी पर ट्रंप ने राष्ट्रपति बाइडन पर जमकर साधा निशाना
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उन लोगों ने काफी कष्ट झेले हैं। मैं उन्हें बंधक कहता हूं। कुछ लोग उन्हें कैदी कहते हैं। ट्रंप ने साथ ही अपने दावों को दोहराया कि 2020 का चुनाव धोखाधड़ी था और खुद को उन्होंने राजनीतिक उत्पीड़न का शिकार बताया। ट्रंप ने कहा कि मुझे इस मामले का दोषी बताया गया क्योंकि मैंने चुनाव परिणाम को चुनौती दी थी।
आयोवा, रॉयटर। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को कैपिटल हमले की तीसरी बरसी पर हिंसा में शामिल लोगों को रिहा करने की अपील की। वह आयोवा में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने छह जनवरी 2021 के हमले को लेकर जेल में बंद लोगों को बंधक बताया। साथ ही कहा कि उनके साथ बाइडन प्रशासन द्वारा दुर्व्यवहार किया गया था।
ट्रंप ने खुद को राजनीतिक उत्पीड़न का बताया शिकार
ट्रंप ने कहा कि उन लोगों ने काफी कष्ट झेले हैं। मैं उन्हें बंधक कहता हूं। कुछ लोग उन्हें कैदी कहते हैं। ट्रंप ने साथ ही अपने दावों को दोहराया कि 2020 का चुनाव धोखाधड़ी था और खुद को उन्होंने राजनीतिक उत्पीड़न का शिकार बताया। ट्रंप ने कहा कि मुझे इस मामले का दोषी बताया गया, क्योंकि मैंने चुनाव परिणाम को चुनौती दी थी।बाइडन ने ट्रंप को बताया लोकतंत्र के लिए खतरा
1,200 से अधिक लोगों पर दंगे में शामिल होने का आरोप है और 900 से अधिक लोगों ने या तो अपना दोष स्वीकार कर लिया है या मुकदमे के बाद उन्हें दोषी ठहराया गया है। गौरतलब है कि जो बाइडन ने नए वर्ष पर शुरू किए गए अपने चुनावी अभियान के दौरान बार-बार ट्रंप को लोकतंत्र के लिए खतरा बताया था और यह संदेश उनके अभियान का केंद्रीय विषय बनकर उभरा है।
कोलारोडा की सुप्रीम ने ट्रंप को दिया झटका
कुछ दिनों पहले कैपिटल हिंसा मामले पर सुनवाई करते हुए कोलोरोडो सुप्रीम कोर्ट ने ट्रंप के खिलाफ यह फैसला सुनाया कि अमेरिका में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में वो भाग नहीं ले सकते हैं। कोलारोडा की सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले पर 4-3 से फैसला सुनाते हुए ट्रंप को चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य घोषित कर दिया है।
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