Donald Trump: ट्रंप पर फिर होने वाला था हमला! रैली वाली जगह से पुलिस ने शख्स को किया गिरफ्तार; पिस्टल-कारतूस बरामद
डोनाल्ड ट्रंप की सुरक्षा में एक बार फिर से गंभीर चूक का मामला सामने आया है। शनिवार को कैलिफोर्निया के कोचेला में ट्रंप की चुनावी सभा होने वाली थी। रैली वाली जगह के पास से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया। शख्स पर अवैध रूप से भरी हुई बंदूक और उच्च क्षमता वाली कारतूस की मैगजीन रखने का आरोप है।
एएनआई, कैलिफोर्निया (अमेरिका)। अमेरिका में इस साल नवंबर में राष्ट्रपति चुनाव होने हैं। जिसे लेकर राजनीतिक रैलियां जारी हैं। इस बीच रिपब्लिकन नेता के तौर पर चुनाव लड़ रहे डोनाल्ड ट्रंप की सुरक्षा में चूक का मामला सामने आया है।
रिवरसाइड काउंटी शेरिफ विभाग के अनुसार, शनिवार को कैलिफोर्निया के कोचेला में ट्रंप की चुनावी सभा होने वाली थी। रैली वाली जगह के पास से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया। शख्स पर अवैध रूप से भरी हुई बंदूक और उच्च क्षमता वाली कारतूस की मैगजीन रखने का आरोप है।
A man was arrested near Trump's rally in Coachella, California, on Saturday and charged with illegal possession of a loaded firearm and high-capacity magazine, according to the Riverside County Sheriff. pic.twitter.com/xFPVdUyMeo— ANI (@ANI) October 14, 2024
पुलिस ने बताया कि संदिग्ध की पहचान वेम मिलर के रूप में हुई है, जिसे पुलिस ने रैली के प्रवेश द्वार से लगभग आधा मील दूर एक जांच चौकी पर रोका था।
ट्रंप पर तीसरे हमले की थी तैयारी?
रिवरसाइड काउंटी के शेरिफ चाड बियान्को ने कहा, हमने संभवतः एक और हत्या के प्रयास को रोक दिया है। उन्होंने आगे कहा कि वेम मिलर ट्रंप की हत्या की साजिश रच रहा था।
लास वेगास निवासी 49 वर्षीय संदिग्ध व्यक्ति को जब अधिकारियों ने पकड़ा तो उसके पास न केवल बंदूकें थीं, बल्कि उसके पास फर्जी प्रेस आईडी और वीआईपी पास भी थे। संदिग्ध व्यक्ति काले रंग की एसयूवी चला रहा था जिसे ट्रंप की रैली के बाहर सुरक्षा जांच चौकी पर रोका गया था।
आरोपी को किया गया रिहा
मिलर पर अवैध रूप से भरी हुई बंदूक और गोला-बारूद रखने का आरोप लगाया गया। लेकिन इसके बाद ठीक उसी दिन मिलर को 5,000 अमेरिकी डॉलर की जमानत पर रिहा कर दिया गया।
पुलिस ने कहा कि मिलर को दक्षिणपंथी सरकार विरोधी संगठन का सदस्य माना जाता है।
शेरिफ कार्यालय ने एक प्रेस नोट जारी किया। जिसमें उन्होंने कहा कि इस घटना से पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप या कार्यक्रम में उपस्थित लोगों की सुरक्षा पर कोई असर नहीं पड़ा है।
घटना के संबंध में अमेरिकी अटॉर्नी कार्यालय, अमेरिकी सीक्रेट सर्विस और एफबीआई द्वारा एक संयुक्त संघीय बयान जारी किया गया।
बयान में कहा गया कि अमेरिकी अटॉर्नी कार्यालय, अमेरिकी सीक्रेट सर्विस और एफबीआई को रिवरसाइड काउंटी शेरिफ कार्यालय की शनिवार को हुई गिरफ्तारी की जानकारी है। अमेरिकी सीक्रेट सर्विस का आकलन है कि इस घटना से सुरक्षात्मक कार्यों पर कोई असर नहीं पड़ा और पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप किसी भी खतरे में नहीं थे। हालांकि इस समय कोई संघीय गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन जांच जारी है।
बयान में आगे कहा गया कि अमेरिकी अटॉर्नी कार्यालय, अमेरिकी सीक्रेट सर्विस और एफबीआई उन अधिकारियों और स्थानीय साझेदारों के प्रति आभार व्यक्त करते हैं, जिन्होंने कल रात के कार्यक्रम की सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद की।
पहले भी ट्रंप पर हो चुके हैं हमले
जुलाई में पेंसिलवेनिया के बटलर में एक रैली के दौरान एक बंदूकधारी की गोली उनके कान को छूती हुई निकल गई थी, जिसमें ट्रंप बाल-बाल बच गए थे।
वहीं, सितंबर में भी एक अन्य व्यक्ति पर ट्रंप की हत्या की कोशिश करने का आरोप लगा था, जब सीक्रेट सर्विस एजेंटों ने उसे ट्रंप के पाम बीच गोल्फ कोर्स के पास राइफल के साथ छिपे हुए पाया था।
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