Donald Trump: ट्रंप राष्ट्रपति बने तो क्या अलग होगा दूसरा कार्यकाल? इच्छाओं को पूरा करने के लिए रिपब्लिकन का ड्राफ्ट तैयार
Donald Trump आयोवा कॉकस से एक महीने पहले एक रिपब्लिकन कार्यकर्ता ने वाशिंगटन बार में बैठकर राष्ट्रपति चुनाव की रणनीति पर विचार किया। दो दशक से ज्यादा के चुनाव अभियानों के अनुभवी कार्यकर्ता ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के संभावित राजनीतिक जोखिमों पर आकलन किया। उन्होंने अपने विश्लेषण में उनपर लगे आरोपों को लेकर कोई संकोच नहीं किया।
ऑनलाइन डेस्क, न्यूयॉर्क। आयोवा कॉकस से एक महीने पहले एक रिपब्लिकन कार्यकर्ता ने वाशिंगटन बार में बैठकर राष्ट्रपति चुनाव की रणनीति पर विचार किया। दो दशक से ज्यादा के चुनाव अभियानों के अनुभवी कार्यकर्ता ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के संभावित राजनीतिक जोखिमों पर आकलन किया। उन्होंने अपने विश्लेषण में उनपर लगे आरोपों को लेकर कोई संकोच नहीं किया।
क्या पूरी तरह से बदल गए हैं ट्रंप?
कार्यकर्ता ने अपने विश्लेषण में कहा, “एक चीज जो नहीं बदली है: यह ट्रम्प की पार्टी है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि डोनाल्ड ट्रम्प का दूसरा कार्यकाल पहले कार्यकाल की तरह ही होगा। उनके आस-पास की हर चीज बदल गई है।" रिपब्लिकन कार्यकर्ता ने कहा कि ट्रम्प वास्तव में संभावित रिपब्लिकन उम्मीदवार हैं। लेकिन वह अब एक दोषी अपराधी भी हैं।
कार्यकर्ता ने कहा कि रिपब्लिकन ने अपने उम्मीदवार के समर्थन में सार्वभौमिक रूप से एकजुटता दिखाई है। कार्यकर्ता ने कहा कि धन देने के मुकदमे में दोषी ठहराए जाने के 24 घंटों के भीतर ही ट्रंप ने 53 मिलियन डॉलर कमाए हैं। उन्होंने कहा कि एक दिन के लिए यह एक आश्चर्यजनक राशि है। दूसरे कार्यकाल में राजनीतिक बदला लेने के लिए पूर्व राष्ट्रपति की प्रतिज्ञाएं बढ़ गई हैं।
ट्रम्प की इच्छाओं को पूरा करने के लिए मसौदा तैयार
कार्यकर्ता ने कहा कि ट्रम्प के वफादार सिर्फ राजनीतिक विरोधियों को निशाना बनाने के विचार को बढ़ावा नहीं दे रहे हैं। एक साल से ज्यादा समय से वे कानूनी मुश्किलों से निकलने के लिए तरकीब निकाल रहे हैं। वहीं, पार्टी ट्रम्प की इच्छाओं को पूरा करने के लिए नीति प्रस्तावों का मसौदा तैयार कर रही है।बता दें कि अमेरिका में इसी साल नवंबर में राष्ट्रपति का चुनाव है, जिससे देश में राजनीतिक हलचल शुरू हो गई है। पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और जो बाइडन में कांटे की टक्कर है, क्योंकि ट्रंप राष्ट्रपति पद की दौड़ के लिए रिपब्लिकन उम्मीदवार हैं। अब लगातार रैलियां भी की जा रही हैं। ट्रंप ने लोगों से वादा किया है कि अगर वह फिर से सत्ता में आते हैं तो अमेरिका के इतिहास का सबसे बड़ा डिपोर्टेशन अभियान चलाया जाएगा।