अमेरिका में मिले ड्रैगन के छह नए गुप्त पुलिस स्टेशन, चीन विरोधी गतिविधियों को नियंत्रित करने का था काम
चीन की मंशा और उससे जुड़े खतरों को समझते हुए अमेरिका अब कई स्तरों पर निरोधी कार्य कर रहा है। इस तरह के चीनी खुफिया ठिकाने लास एंजिलिस सैन फ्रांसिस्को और ह्यूस्टन में भी होने का शक है।
By AgencyEdited By: Amit SinghUpdated: Sat, 22 Apr 2023 12:36 AM (IST)
वाशिंगटन, एएनआई: अमेरिका में एफबीआइ (फेडरल ब्यूरो आफ इन्वेस्टिगेशन) ने देश में चल रहे छह नए चीनी पुलिस स्टेशनों का पता लगाया है। ये सभी पुलिस स्टेशन गुप्त रूप से न्यूयार्क में चल रहे थे और इनके जरिये चीन अमेरिका की जासूसी कर रहा था। इन अघोषित पुलिस स्टेशनों के जरिये चीन अमेरिका में चीन विरोधी गतिविधियों को भी नियंत्रित करने का कार्य करता था।
एफबीआइ ने इसी महीने न्यूयार्क के मैनहट्टन इलाके में चीन के एक गुप्त पुलिस स्टेशन को बंद कराया है और वहां कार्य कर रहे दो लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए लू जियावांग (61) और चेन चिनफिंग (59) न्यूयार्क के निवासी हैं। उन पर चीन के गुप्तचरों के साथ मिलकर अमेरिका के खिलाफ षडयंत्र रचने का आरोप है। यह आरोप साबित हो गया तो दोनों चीनी मूल के आरोपितों को लंबे समय के कारावास की सजा भुगतनी पड़ सकती है।
न्यूयार्क पोस्ट अखबार के अनुसार इन गुप्त पुलिस स्टेशनों के अतिरिक्त चीन अमेरिका में कई अन्य शहरों में गोपनीय ठिकाने बनाकर वहां से सूचनाएं एकत्र कर रहा है और उन्हें चीन भेज रहा है। सेफगार्ड डिफेंडर्स नाम की संस्था के अनुसार अमेरिका में चीन के कम से कम चार संदिग्ध गोपनीय ठिकानों के बारे में जानकारी प्राप्त हुई है। उनकी जांच का काम जारी है।
चीन की मंशा और उससे जुड़े खतरों को समझते हुए अमेरिका अब कई स्तरों पर निरोधी कार्य कर रहा है। इस तरह के चीनी खुफिया ठिकाने लास एंजिलिस, सैन फ्रांसिस्को और ह्यूस्टन में भी होने का शक है। मैड्रिड में मुख्यालय वाले एक मानवाधिकार संगठन की रिपोर्ट के मुताबिक चीन के पूरी दुनिया में 100 से ज्यादा खुफिया पुलिस स्टेशन हैं जिनके जरिये वह सूचनाएं एकत्रित करता है और चीन विरोधी गतिविधियों को नियंत्रित करता है। ये खुफिया ठिकाने चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के निर्देश पर चलाए जा रहे हैं।