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El Nino: अल नीनो को लेकर अमेरिकी विज्ञानी ने की भविष्यवाणी, कहा- रिकॉर्ड गर्मी पड़ने के आसार

अल नीनो का पैटर्न आखिरी बार साल 2018-19 में देखा गया और यह औसतन दो से सात साल में सक्रिय होता है। एनओएए के जलवायु विज्ञानी मिशेल एल हेयुरेक्स ने कहा कि अल नीनो कई प्रकार के प्रभाव पैदा कर सकता है।

By AgencyEdited By: Anurag GuptaUpdated: Fri, 09 Jun 2023 01:52 AM (IST)
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सक्रिय हुआ अल नीनो, भीषण गर्मी की संभावन (फोटो: रायटर)
वाशिंगटन, एएफपी। अल नीनो सक्रिय हो गया है और इसको लेकर अनिश्चितताएं बनी हुई हैं। यूएस नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (NOAA) के वैज्ञानिकों ने गुरुवार को कहा कि एक अपेक्षित अल नीनो सक्रिय हो गया है। जिसकी वजह से रिकॉर्ड गर्मी पड़ने के आसार नजर आ रहे हैं।

बता दें कि अल नीनो का पैटर्न आखिरी बार साल 2018-19 में देखा गया और यह औसतन दो से सात साल में सक्रिय होता है।

एनओएए के जलवायु विज्ञानी मिशेल एल हेयुरेक्स ने कहा,

अल नीनो की ताकत को देखते हुए कह सकते हैं कि यह कई प्रकार के प्रभाव पैदा कर सकता है, जैसे दुनियाभर के कुछ स्थानों में भारी बारिश और सूखे का खतरा।

जलवायु विज्ञानी ने बताया कि जलवायु परिवर्तन अल नीनो से संबंधित कुछ प्रभावों को बढ़ा या कम कर सकता है। उन्होंने उदाहरण देते हुए समझाया कि अल नीनो तापमान के नए रिकॉर्ड बना सकता है। विशेष रूप से उन क्षेत्रों में जो पहले से ही अल नीनो के दौरान औसत से अधिक तापमान की मार झेल रहे हैं।

अल नीनो क्या होता है?

अल नीनो प्रशांत महासागर के भूमध्यीय क्षेत्र में समुद्री घटनाओं में से एक है। समुद्री सतह के तापमान में समय-समय पर बदलाव होने से दुनियाभर के मौसम पर इसका असर दिखता है। अल नीनो एक ऐसी स्थिति है जिसकी वजह से तापमान गर्म होता है। अल नीनो को जलवायु प्रणाली का ही हिस्सा माना जाता है। इसकी वजह से मौसम पर गहरा असर पड़ता है।

ऑस्ट्रेलिया ने इस सप्ताह चेतवनी बुलेटिन जारी करते हुए बताया था कि इस साल अल नीनो के विकसित होने की 70 फीसदी संभावना है। साथ ही बताया था कि अल नीनो भीषण आग की चपेट में आने वाले देश को गर्म, शुष्क मौसम देगा, जबकि जापान ने कहा कि एक विकासशील अल नीनो रिकॉर्ड पर सबसे गर्म वसंत के लिए आंशिक रूप से जिम्मेदार था।