भीषण बर्फीले तूफान के कारण न्यूयार्क में आपातकाल घोषित, राष्ट्रपति बाइडन ने सहायता उपलब्ध कराने का दिया आदेश
बयान के अनुसार राष्ट्रपति के आदेश के बाद होमलैंड सिक्योरिटी विभाग व संघीय आपातकालीन प्रबंधन एजेंसी (एफईएमए) को इस कठिन समय में प्रांत के लोगों को आपतकालीन सभी सेवाएं व मदद उपलब्ध कराने का अधिकार मिल गया है।
By Jagran NewsEdited By: Ashisha Singh RajputUpdated: Tue, 27 Dec 2022 06:03 PM (IST)
वाशिंगटन, आइएएनएस। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने 'ऐतिहासिक' बर्फीले तूफान से बेहद प्रभावित न्यूयार्क में आपातकाल की घोषणा कर दी है। उन्होंने एजेंसियों को आपदा प्रभावित प्रांत को संघीय सहायता उपलब्ध कराने का आदेश दिया है। व्हाइट हाउस ने सोमवार की देर रात जारी एक बयान में बताया कि 23 दिसंबर से न्यूयार्क प्रांत में जारी भीषण बर्फबारी के मद्देनजर राष्ट्रपित बाइडन ने आपातकाल घोषित कर दिया है।
आपतकालीन सभी सेवाएं व मदद
बयान के अनुसार, 'राष्ट्रपति के आदेश के बाद होमलैंड सिक्योरिटी विभाग व संघीय आपातकालीन प्रबंधन एजेंसी (एफईएमए) को इस कठिन समय में प्रांत के लोगों को आपतकालीन सभी सेवाएं व मदद उपलब्ध कराने का अधिकार मिल गया है।' गवर्नर कैथी होचुल ने राष्ट्रपित बाइडन से आपातकाल की घोषणा करने का आग्रह करते हुए कहा था कि प्रांत में स्थितियां युद्ध क्षेत्र जैसी हो गई हैं। सड़कों के किनारे सैकड़ों वाहन खड़े हैं। लोगों को जान की चिंता सताने लगी है।
जलवायु परिवर्तन के कारण तूफान में आई तेजी
न्यूयार्क के कई स्टेट हाईवे बंद कर दिए गए हैं। भारी बर्फबारी का सामना कर रहे लेक ओंटारियो व लेक एरी के लोगों को आनेवाले दिनों में भी राहत की उम्मीद नहीं है। सोमवार को यहां तीन इंच प्रति घंटे बर्फबारी हुई है। न्यूयार्क व उत्तरी क्षेत्र में बर्फीले तूफान की रफ्तार 95 किलोमीटर प्रति घंटे से भी ज्यादा है। एपी के अनुसार, उत्तरी न्यूयार्क में सोमवार को बर्फीले तूफान के कारण मरने वालों की संख्या 28 हो गई। विज्ञानियों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन के कारण तूफान में तेजी आई है।
यूनिवर्सिटी आफ कोलोराडो में नेशनल स्नो एंड आइस डाटा सेंटर के निदेशक मार्क शेरेज के अनुसार, 'ऐसा इसलिए हो रहा है, क्योंकि वातावरण में वाष्प की मौजूदगी ज्यादा हो गई है।' बर्फीले तूफान को 'बम साइक्लोन' भी कहा जाता है। ऐसा तब होता है, जब वायुमंडलीय दाब कम हो जाता है। बर्फीले तूफान के कारण दो दिनों पहले मोंटाना व न्यूयार्क के कुछ हिस्सों में पारा माइनस 45 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया था।
बफैलो हवाईअड्डे पर 50 इंच बर्फ
रायटर के अनुसार, कनाडा सीमा पर एरी लेक के किनारे स्थित बफैलो सर्वाधिक प्रभावित इलाकों में शामिल है। राष्ट्रीय मौसम सेवा के अनुसार, सोमवार सुबह बफैलो हवाईअड्डे पर 50 इंच (127 सेंटीमीटर) बर्फ जमी थी। डब्ल्यूआइवीबी डाट काम के अनुसार, हवाईअड्डे से बर्फ हटाने का काम बुधवार सुबह तक जारी रह सकता है। एंबुलेंस का परिचालन संभव नहीं होने के कारण लोगों को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए विशेष उपाय किए जा रहे हैं। कई दिनों की बंदी के बाद सोमवार को कुछ किराना दुकानें खुलीं, तो वहां एक से डेढ़ किलोमीटर लंबी लाइनें लग गईं।