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पूर्व-पश्चिम ध्रुवीकरण के कारण जी20 की अध्यक्षता रही चुनौतीपूर्ण, भारत-UN वैश्विक शिखर सम्मेलन में बोले जयशंकर

न्यूयॉर्क में भारत-संयुक्त राष्ट्र वैश्विक शिखर सम्मेलन में विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि हम नई दिल्ली में आयोजित हुए जी-20 शिखर सम्मेलन में एक-दूसरे से मिल रहे हैं। उन्होंने जी-20 शिखर सम्मेलन की थीम एक पृथ्वी एक परिवार एक विश्व का जिक्र करते हुए कहा कि यह एक चुनौतीपूर्ण शिखर सम्मेलन था।विदेश मंत्री ने जी-20 शिखर सम्मेलन में अफ्रीकी संघ को समूह में शामिल होने पर महत्वपूर्ण कदम बताया।

By AgencyEdited By: Sonu GuptaUpdated: Sun, 24 Sep 2023 04:41 AM (IST)
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विदेश मंत्री एस जयशंकर भारत-संयुक्त राष्ट्र वैश्विक शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए। फोटोः एएनआई।
न्यूयॉर्क, एएनआई। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भारत की जी-20 अध्यक्षता को चुनौतीपूर्ण करार दिया है। उन्होंने कहा कि भारत में जिस समय जी-20 सम्मेलन हो रहा था उस दौरान कई देश बंटे हुए थे। उन्होंने कहा कि भारत उस दौरान तीव्र पूर्व-पश्चिम ध्रुवीकरण और बहुत गहरे उत्तर-दक्षिण विभाजन का सामना कर रहा था।

भारत-संयुक्त राष्ट्र वैश्विक शिखर सम्मेलन में क्या बोले विदेश मंत्री?

न्यूयॉर्क में भारत-संयुक्त राष्ट्र वैश्विक शिखर सम्मेलन में विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि हम नई दिल्ली में आयोजित हुए जी-20 शिखर सम्मेलन में एक-दूसरे से मिल रहे हैं। उन्होंने जी-20 शिखर सम्मेलन की थीम एक पृथ्वी, एक परिवार, एक विश्व का जिक्र करते हुए कहा कि यह एक चुनौतीपूर्ण शिखर सम्मेलन था, एक चुनौतीपूर्ण अध्यक्षता थी क्योंकि हम बहुत तीव्र पूर्व-पश्चिम ध्रुवीकरण और बहुत गहरे उत्तर-दक्षिण विभाजन का सामना कर रहे थे।

नई दिल्ली में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन के कुछ ही दिनों के बाद बाद हमारी मुलाकात हो रही है। एक शिखर सम्मेलन जो एक पृथ्वी, एक परिवार, एक विश्व की थीम पर था। यह एक चुनौतीपूर्ण शिखर सम्मेलन था, एक चुनौतीपूर्ण अध्यक्षता थी। सम्मेलन के दौरान हम बहुत तीव्र पूर्व-पश्चिम ध्रुवीकरण और बहुत गहरे उत्तर-दक्षिण विभाजन का सामना कर रहे थे। हालांकि, जी- 20 के अध्यक्ष के रूप में हम यह सुनिश्चित करने के लिए बहुत दृढ़ थे कि यह संगठन अपने मूल एजेंडे पर वापस आने में सक्षम था जो वैश्विक वृद्धि और विकास का था।

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आगे भी बने रहेंगे जी-20 के भागीदारः विदेश मंत्री

विदेश मंत्री जयशंकर ने जी-20 शिखर सम्मेलन में अफ्रीकी संघ को समूह में शामिल होने पर महत्वपूर्ण कदम बताते हुए कहा कि इस समूह में अफ्रीकी संघ की सदस्यता महत्वपूर्ण परिणाम थी। उन्होंने आगे कहा कि हम इस वर्ष के अंत तक जी-20 के अध्यक्ष हैं। हालांकि, इसके बाद भी हम निश्चित रूप से एक भागीदार, एक योगदानकर्ता, एक सहयोगी बने रहेंगे और दूसरों के लिए एक प्रेरणा बनेंगे कि किस तरह से विकासात्मक चुनौतियों को संबोधित किया जाए।

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UNGA अध्यक्ष ने जी-20 सम्मेलन को बताया ऐतिहासिक

वहीं, भारत-संयुक्त राष्ट्र वैश्विक शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के अध्यक्ष डेनिस फ्रांसिस को संबोधित करते हुए कहा कि भारत की हालिया जी 20 अध्यक्षता एक ऐतिहासिक मील का पत्थर साबित हुई। उन्होंने कहा कि भारत की योगदान की विरासत एक मार्गदर्शक प्रकाश के रूप में कार्य करती है, जिसमें लोकतंत्र को बढ़ावा देना, महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास को बढ़ावा देना और संयुक्त राष्ट्र के वैश्विक लक्ष्यों को अपनाने में अग्रणी होने जैसे प्रयास शामिल हैं।