US: अमेरिकी इतिहास में पहली बार- अब नौसेना में सीनेट से नियुक्त कोई अधिकारी नहीं; एडमिरल ने छोड़ी सेना की कमान
US अमेरिकी नौसेना सोमवार को सेना की ऐसी तीसरी शाखा बन गई जिसके पास सीनेट की ओर से नियुक्त अधिकारी नहीं है। यह अमेरिकी इतिहास में पहली बार हुआ है। अमेरिकी रक्षामंत्री लायड आस्टिन ने मैरीलैंड अन्नापोलिस में नौसेना अकादमी में एक समारोह में कहा कि यह अभूतपूर्व और असुरक्षित स्थिति है। नौसेना सेना और मरीन कोर तीनों बिना किसी निश्चित नेता के हैं।
By Jagran NewsEdited By: Jagran News NetworkUpdated: Tue, 15 Aug 2023 04:04 AM (IST)
वाशिंगटन, एजेंसी। अमेरिकी नौसेना सोमवार को सेना की ऐसी तीसरी शाखा बन गई, जिसके पास सीनेट की ओर से नियुक्त अधिकारी नहीं है। यह अमेरिकी इतिहास में पहली बार हुआ है। एडमिरल माइक गिल्डे ने सोमवार को सेना की कमान छोड़ दी है। यह दिक्कत रिपब्लिकन सीनेटर की ओर से किए जा रहे विरोध की वजह से हो रही है।
अमेरिकी रक्षामंत्री लायड आस्टिन ने मैरीलैंड अन्नापोलिस में नौसेना अकादमी में एक समारोह में कहा कि यह अभूतपूर्व और असुरक्षित स्थिति है। नौसेना, सेना और मरीन कोर तीनों बिना किसी निश्चित नेता के हैं। यह स्थिति अमेरिकी सेना की तत्परता को कमजोर कर रही है।
आस्टिन ने कहा कि यह हमारे सबसे अच्छे अधिकारियों को बनाए रखने की क्षमता में बाधा बन रही है और कई अमेरिकी सैन्य परिवारों के जीवन को प्रभावित कर रही है।
गौरतलब है कि अलबामा का प्रतिनिधित्व करने वाले रिपब्लिकन सीनेटर टामी ट्यूबरविले ने सैकड़ों सैन्य नामांकनों को आगे बढ़ने से रोक दिया है। वह पेंटागन की उस भुगतान नीति के पक्ष में नहीं हैं, जिसके तहत गर्भपात के लिए सैन्य कर्मियों के विदेश जाने का खर्च उठाया जाता है।
पिछले साल अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने 1973 के ऐतिहासिक रो बनाम वेड फैसले को पलट दिया था, जो गर्भपात की संवैधानिक मान्यता देता था। इसके बाद पेंटागन ने कहा था कि वह गर्भपात चाहने वाले सदस्यों की यात्रा का खर्च वहन करेगा।