'जी-20 घोषणापत्र PM मोदी के नेतृत्व की निपुणता', UNGA अध्यक्ष बोले- आज हमें एक समाधानकारी दृष्टिकोण की जरूरत
संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष डेनिस फ्रांसिस ने कहा है कि नई दिल्ली शिखर सम्मेलन में संयुक्त बयान जारी होना पीएम नरेन्द्र मोदी और उनकी टीम के कूटनीतिक कौशल और निपुणता का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि सबसे पहले मैं जी-20 शिखर सम्मेलन के शानदार नतीजे के लिए भारत सरकार और लोगों को बधाई देता हूं। उन्होंने कहा कि आज हमें चुनौतियों के प्रति एक समाधानकारी दृष्टिकोण की जरूरत है।
संयुक्त राष्ट्र, पीटीआई। जी-20 की अध्यक्षता (G20 Summit) को लेकर भारत की विश्वभर में सराहना हो रही है। अब संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के अध्यक्ष डेनिस फ्रांसिस (Dennis Francis) ने कहा है कि नई दिल्ली शिखर सम्मेलन में संयुक्त बयान जारी होना पीएम नरेन्द्र मोदी (PM Modi) और उनकी टीम के कूटनीतिक कौशल और निपुणता का प्रमाण है।
डेनिस फ्रांसिस ने भारत सरकार को दी बधाई
फ्रांसिस ने पीटीआई के साथ एक एक विशेष साक्षात्कार में कहा कि कि सबसे पहले मैं जी-20 शिखर सम्मेलन के शानदार नतीजे के लिए भारत सरकार और लोगों को बधाई देता हूं। 193 सदस्यीय संयुक्त राष्ट्र महासभा के 78वें सत्र के अध्यक्ष के रूप में इसी माह जिम्मेदारी संभालने वाले डेनिस फ्रांसिस ने कहा,
यह पीएम मोदी और उनकी टीम का कौशल है कि वे नई दिल्ली घोषणापत्र जारी कराने में जी-20 समूह को एकजुट रखने में सक्षम रहे।
उन्होंने कहा कि आज हमें एकजुट होने, सहयोग करने और चुनौतियों के प्रति एक समाधानकारी दृष्टिकोण की जरूरत है। ये सभी चीजें नई दिल्ली घोषणापत्र में हैं।
'वैश्विक दक्षिण के नेता के रूप में उभरा भारत'
यूएस-इंडिया स्ट्रैटेजिक एंड पार्टनरशिप फोरम के अध्यक्ष मुकेश अघी ने कहा कि जी-20 शिखर सम्मेलन कूटनीतिक रूप से भारत के लिए अहम क्षण रहा तो चीन के लिए बड़ी क्षति रही। इस सम्मेलन में सबसे महत्वपूर्ण रहा कि चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग की गैरमौजूदगी में भारत वैश्विक दक्षिण के नेता के रूप में उभरा। एक तरह से उनका न आना सम्मेलन और भारत के लिए आशीर्वाद रहा।
मुकेश ने कहा कि ईमानदारी से कहूं तो हम लोग यह सुनकर आश्चर्यचकित रह गए कि संयुक्त घोषणापत्र जारी हो रहा है, क्योंकि हमें इसकी उम्मीद नहीं थी।