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Gandhi Museum: उत्तरी अमेरिका के ह्यूस्टन में गांधी संग्रहालय का उद्घाटन, संघर्षों की दिखेगी झलक

शांति के दूत महात्मा गांधी के जीवन और उनकी विरासत को समर्पित उत्तरी अमेरिका का पहला स्वतंत्र गांधी संग्रहालय टेक्सास के ह्यूस्टन शहर में आम लोगों के लिए खुल गया। यह संग्रहालय गांधीजी की अहिंसक संघर्ष समाधान की चिरस्थायी विरासत को संरक्षित और बढ़ावा देता है। बता दें कि 13 हजार स्क्वायर फुट संग्रहालय की वास्तुकला गांधीजी के चौबीस तीली वाले चरखे पर आधारित है।

By Jagran NewsEdited By: Devshanker ChovdharyUpdated: Fri, 06 Oct 2023 10:34 PM (IST)
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उत्तरी अमेरिका के ह्यूस्टन में गांधी संग्रहालय का उद्घाटन। (फाइल फोटो)
पीटीआई, ह्यूस्टन। शांति के दूत महात्मा गांधी के जीवन और उनकी विरासत को समर्पित उत्तरी अमेरिका का पहला स्वतंत्र गांधी संग्रहालय टेक्सास के ह्यूस्टन शहर में आम लोगों के लिए खुल गया। यह संग्रहालय गांधीजी की अहिंसक संघर्ष समाधान की चिरस्थायी विरासत को संरक्षित और बढ़ावा देता है।

आम लोगों के लिए खुला गांधी संग्रहालय

उत्तरी अमेरिका के ह्यूस्टन शहर में स्थित बहुप्रतीक्षित एटरनल गांधी संग्रहालय, ह्यूस्टन (ईजीएमएच) आम लोगों के लिए गत 15 अगस्त को खुल गया था, लेकिन इसके उद्घाटन समारोह का आयोजन गांधीजी की 154वीं जयंती के अवसर पर दो अक्टूबर को किया गया।

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कार्यक्रम में महात्मा गांधी के पोते डा. राजमोहन गांधी, मार्टिन लूथर किंग के भतीजे ईसाक न्यूटन फैरिस जूनियर, सीजीआइ ह्यूस्टन डी. मंजूनाथ विशेष अतिथि थे।

संग्रहालय में दिखेगी गांधीजी के संघर्षों की झलक

इस मौके पर डा. राजमोहन गांधी ने कहा कि यह संग्रहालय मानवता को घृणा, हिंसा और वर्चस्व से परे ले जाने के लिए प्रोत्साहित करेगा। दुनिया में बहुत से लोगों के लिए गांधी और किंग गरिमा, शांति और समानता के प्रतीक हैं। 13 हजार स्क्वायर फुट संग्रहालय की वास्तुकला गांधीजी के चौबीस तीली वाले चरखे पर आधारित है, जिसका उपयोग उन्होंने अंग्रेजों से आजादी पाने के लिए किया था।

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