America News: 'वैश्विक शांति होगी ट्रंप की प्राथमिकता', भारतीय मूल के इस अमेरिकी ने जतायी यह संभावना
अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए निर्वाचित डोनाल्ड ट्रंप की प्राथमिकता सीमा पर सामान्य स्थिति आतंकवाद पर नियंत्रण बंधकों की रिहाई और युद्धों की समाप्ति होगी। यह अनुमान भारतीय मूल के अमेरिकी अधिवक्ता काश पटेल का है। पटेल को ट्रंप के नजदीक माना जाता है और उनका नाम सरकार के प्रमुख पद के संभावित उम्मीदवार के तौर पर चर्चा में है।
वाशिंगटन, पीटीआई। अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए निर्वाचित डोनाल्ड ट्रंप की प्राथमिकता सीमा पर सामान्य स्थिति, आतंकवाद पर नियंत्रण, बंधकों की रिहाई और युद्धों की समाप्ति होगी। यह अनुमान भारतीय मूल के अमेरिकी अधिवक्ता काश पटेल का है। पटेल को ट्रंप के नजदीक माना जाता है और उनका नाम सरकार के प्रमुख पद के संभावित उम्मीदवार के तौर पर चर्चा में है।
किसी विवाद की शुरुआत नहीं की
पटेल ने कहा, ट्रंप को आधुनिक अमेरिका के ऐसे राष्ट्रपति के रूप में जाना जाएगा जिसने किसी विवाद की शुरुआत नहीं की। वह यूक्रेन युद्ध की समाप्ति के लिए रूस या यूक्रेन के राष्ट्रपति से बात कर सकते हैं। उन्होंने पद संभालने से पहले ही कई देशों के नेताओं से फोन पर बात कर ली है। विदित हो कि यूक्रेन युद्ध 33 महीने से जारी है जबकि गाजा और लेबनान में 13 महीने से लड़ाई चल रही है। काश पटेल ने ये बातें फाक्स न्यूज के साथ इंटरव्यू में कही हैं।
नीतियों पर कई सवालों के जवाब
पटेल अमेरिका राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के वरिष्ठ सलाहकार और राष्ट्रीय खुफिया एजेंसी के कार्यकारी निदेशक के रूप में भी कार्य कर चुके हैं। वह राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति के मामलों में ट्रंप के विश्वसनीय सलाहकार हैं। इंटरव्यू में उन्होंने ट्रंप सरकार की संभावित नीतियों पर कई सवालों के जवाब दिए। कहा, चीन और रूस के अमेरिकी हितों पर गैरकानूनी हमले आतंकवाद की श्रेणी में ही आएंगे। इस बीच प्रमुख निवेशक स्काट बीसेंट और जान पाल्सन ने ट्रंप से मुलाकात की है।प्रमुख पदों पर हो सकते हैं नियुक्त
दोनों प्रमुख अर्थशास्त्री ट्रंप के करीबी माने जाते हैं और ये लोग सरकार में प्रमुख पदों पर नियुक्त हो सकते हैं। इनमें से एक को संभावित वित्त मंत्री के तौर पर देखा जा रहा है। ट्रंप के फ्लोरिडा स्थित मार-अ-लागो रिजार्ट में हुई ये मुलाकात सकारात्मक मानी जा रही हैं। माना जा रहा है कि ट्रंप ने भविष्य के लिए रूपरेखा बनानी शुरू कर दी है। 20 जनवरी को वह पूरी तरह से तैयार होकर व्हाइट हाउस पहुंचना चाहते हैं और जाते ही नीतियों की घोषणा व उनका क्रियान्वयन शुरू करना चाहते हैं। इससे वह बदलाव का संदेश देना चाहते हैं।