खोज प्रभुत्व कायम रखने को गूगल चुकाता है प्रतिवर्ष 1000 करोड़ डॉलर, अमेरिकी न्याय विभाग का आरोप
अमेरिका के न्याय विभाग ने मंगलवार को आरोप लगाया कि प्रतिस्पर्धियों को बाहर करने और नवाचार को दबाने के लिए गूगल ने इंटरनेट खोज में अपने प्रभुत्व का फायदा उठाया है। अमेरिकी न्याय विभाग के प्रमुख याचिकाकर्ता केनेथ डिनट्जर ने कहा कि यह मामला इंटरनेट के भविष्य के बारे में है और क्या गूगल के खोज इंजन को कभी सार्थक प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ेगा।
By Jagran NewsEdited By: Devshanker ChovdharyUpdated: Wed, 13 Sep 2023 01:00 AM (IST)
वाशिंगटन, एपी। अमेरिका के न्याय विभाग ने मंगलवार को आरोप लगाया कि प्रतिस्पर्धियों को बाहर करने और नवाचार को दबाने के लिए गूगल ने इंटरनेट खोज में अपने प्रभुत्व का फायदा उठाया है। अमेरिकी न्याय विभाग के प्रमुख याचिकाकर्ता केनेथ डिनट्जर ने कहा कि यह मामला इंटरनेट के भविष्य के बारे में है और क्या गूगल के खोज इंजन को कभी सार्थक प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ेगा।
गूगल प्रत्येक साल चुकाता है करोड़ो डॉलर
डिनट्जर ने दावा किया कि अपनी स्थिति कायम रखने के लिए गूगल प्रतिवर्ष 1000 करोड़ डॉलर से अधिक का भुगतान करता है। अगले 10 हफ्तों में संघीय वकील और राज्य के अटार्नी जनरल साबित करने की कोशिश करेंगे कि गूगल ने उपकरणों में अपने खोज इंजन को डिफाल्ट विकल्प के रूप में लाक कर अपने पक्ष में धांधली की है।
क्या गूगल ने तोड़ा है कानून?
अमेरिकी जिला न्यायाधीश अमित मेहता संभवत: अगले साल की शुरुआत तक कोई फैसला नहीं सुनाएंगे। यदि वह मानते हैं कि गूगल ने कानून तोड़ा है और एक अन्य ट्रायल में निर्णय लिया जाएगा कि कैलिफार्निया की माउंटेन व्यू कंपनी पर लगाम लगाने के लिए क्या कदम उठाने चाहिए।मामले में गूगल और उसके कार्पोरेट पैरेंट कंपनी अल्फाबेट के शीर्ष अधिकारियों के साथ ही अन्य शक्तिशाली प्रौद्योगिकी कंपनियों के अधिकारियों के गवाही देने की उम्मीद है। इनमें अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई के भी शामिल होने की उम्मीद है।