अमेरिका में तूफान ली को लेकर हाई अलर्ट, 185 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही हवाएं; मचा सकता है तबाही!
अमेरिका में तूफान ली को देखते हुए हाई अलर्ट जारी कर दिया है। अमेरिकी राष्ट्रीय तूफान केंद्र ने बताया कि तूफान ली प्यूर्टो रिको के उत्तर की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि इस तूफान के कारण स्थिति चिंताजनक है और अमेरिकी पूर्वी तट पर खतरनाक स्थिति पैदा हो सकती है। पूर्वानुमानकर्ता ने बताया कि उउत्तर-पूर्व में तूफान ली की गतिविधियां देखने को मिल रही है।
By AgencyEdited By: Mohd FaisalUpdated: Sun, 10 Sep 2023 05:35 PM (IST)
वॉशिंगटन, एजेंसी। अमेरिका में तूफान ली को देखते हुए हाई अलर्ट जारी कर दिया है। अमेरिकी राष्ट्रीय तूफान केंद्र ने बताया कि तूफान ली प्यूर्टो रिको के उत्तर की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि इस तूफान के कारण स्थिति चिंताजनक है और अमेरिकी पूर्वी तट पर खतरनाक स्थिति पैदा हो सकती है।
उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा तूफान ली
पूर्वानुमानकर्ता ने बताया कि उत्तरी लीवार्ड द्वीप समूह से लगभग 505 किमी उत्तर-पूर्व में तूफान ली की गतिविधियां देखने को मिल रही है। यहां लगभग 185 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल रही हैं। अमेरिकी राष्ट्रीय तूफान केंद्र ने बताया कि ये तूफान 17 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा है।
अमेरिकी राष्ट्रीय तूफान केंद्र ने जारी किया अलर्ट
अमेरिकी राष्ट्रीय तूफान केंद्र के अनुसार, ये तूफान अगले दो दिनों के भीतर और तेज होगा और इसका असर अमेरिकी क्षेत्र में दिखाई देगा। पूर्वानुमानकर्ता ने दावा किया कि अगले सप्ताह के अंत तक इस तूफान का अमेरिका के पूर्वी तट, अटलांटिक कनाडा पर प्रभाव दिखाई देगा।तेज हवाएं चलने का जताया अनुमान
पूर्वानुमानकर्ता ने कहा कि रविवार और सोमवार को अमेरिका के अधिकतर पूर्व तट पर खतरनाक लहरें और तेज हवाओं के चलने का अनुमान है। जो पूरा सप्ताह तक अमेरिकी क्षेत्र में दिखाई देगा। बता दें कि ली तूफान की कैटेगरी में भी बदलाव हुआ है, जो पहले 3 कैटेगरी का था वो अब पांच कैटेगरी में तबदील हो गया है।
तूफान के कारण बिजली हो सकती है प्रभावित
राष्ट्रीय मौसम केंद्र के अनुसार, तूफान की कैटेगरी में बदलाव आने से इसका सबसे ज्यादा असर मकानों पर पड़ सकता है। इस तूफान के चपेट में आने से बड़ी तादात में घरों को नुकसान पहुंच सकता है। इसका अलावा बिजली भी इससे प्रभावित हो सकती है। जिसका असर लंबे समय तक देखने को मिल सकता है और लोगों को बिजली कटौती का सामना करना पड़ सकता है।
यह भी पढ़ें- 'मोदी से कहो, हमें PAK के अवैध कब्जे से मुक्ति दिलाएं': पाई-पाई को मोहताज गुलाम कश्मीर की जनता का फूटा गुस्सा