US Election: आव्रजन पर सख्त हुए ट्रंप, बोले- 'अमेरिकियों की हत्या करने वाले प्रवासियों को मिले मौत की सजा'
अमेरिकी चुनाव के दौरान ट्रंप ने कहा मैं संकल्प लेता हूं कि पांच नवंबर 2024 अमेरिका में मुक्ति दिवस होगा। हम अमेरिका के इतिहास में सबसे बड़ा निर्वासन अभियान शुरू करेंगे। सीमा को बंद कर देंगे। अपने देश में अवैध लोगों के आक्रमण को रोक देंगे। डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस के खिलाफ राष्ट्रपति चुनाव लड़ रहे ट्रंप ने ने आव्रजन विरोधी रुख को और सख्त कर लिया है।
एएनआइ, कोलोराडो। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कोलोराडो के अरोरा शहर में रैली के दौरान कहा कि अमेरिकी नागरिकों की हत्या करने वाले प्रवासियों को मौत की सजा दी जानी चाहिए।
ट्रंप ने समर्थकों की भीड़ के नारे के बीच कहा, मैं ऐसे किसी भी प्रवासी के लिए मौत की सजा की मांग कर रहा हूं जो किसी अमेरिकी नागरिक का हत्यारा है। ट्रंप ने यह भी कहा कि अगर वह निर्वाचित हुए तो अवैध प्रवासियों के खिलाफ राष्ट्रीय अभियान ''ऑपरेशन अरोरा'' शुरू करेंगे।
अपने देश में अवैध लोगों के आक्रमण को रोक देंगे- ट्रंप
अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार, चुनाव के दिन का संदर्भ देते हुए ट्रंप ने कहा, मैं संकल्प लेता हूं कि पांच नवंबर, 2024, अमेरिका में मुक्ति दिवस होगा। हम अमेरिका के इतिहास में सबसे बड़ा निर्वासन अभियान शुरू करेंगे। सीमा को बंद कर देंगे। अपने देश में अवैध लोगों के आक्रमण को रोक देंगे।डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस के खिलाफ राष्ट्रपति चुनाव लड़ रहे ट्रंप ने पांच नवंबर को होने वाले मतदान से पहले अपने आव्रजन विरोधी रुख को और सख्त कर लिया है।
इजरायल-हमास संघर्ष और यूक्रेन युद्ध से कौन बेहतर निपट सकता
पांच नवंबर को अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव है। इस बार रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस के बीच कांटे की टक्कर है। अभी दोनों के बीच मामूली बढ़त हैं। मगर हार जीत तय करने में सात स्विंग राज्य बड़ी भूमिका निभाएंगे।वॉल स्ट्रीट जर्नल ने सात राज्यों में जनमत सर्वेक्षण किया। यूक्रेन-रूस युद्ध और इजरायल संघर्ष को बेहतर तरीके से संभालने के मुद्दे पर डोनाल्ड ट्रंप ने उपराष्ट्रपति कमला हैरिस पर बढ़त बना ली है। जब मतदाता से यह पूछा गया कि यूक्रेन-रूस युद्ध को संभालने में सबसे बेहतर कौन होगा? इस पर करीब सात स्विंग राज्यों में ट्रंप को 50% और हैरिस को 39% फीसदी मतदाताओं का साथ मिला।