'अवैध कब्जा खाली करे, सीमा पार आतंकवाद को रोके पाकिस्तान', भारत ने UN में फिर लगाई पाक को लताड़
पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में अपने भाषण में देश के कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवारुल हक काकर (Anwaarul Haq Kakar) ने एक बार कश्मीर (Jammu and Kashmir) का मुद्दा सभी के सामने उठाया। हालांकि भारत ने करारा जवाब देते हुए पड़ोसी मुल्क से कहा कि पाकिस्तान को भारत के कब्जे वाले क्षेत्रों को खाली करना चाहिए और सीमा पार आतंकवाद को रोकना चाहिए।
By AgencyEdited By: Nidhi AvinashUpdated: Sat, 23 Sep 2023 08:03 AM (IST)
न्यूयॉर्क, ANI। पाकिस्तान ने एक बार फिर संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने भाषण में कश्मीर का राग अलापा। देश के कार्यवाहक प्रधान मंत्री अनवारुल हक काकर द्वारा दिए गए भाषण पर भारत ने हमला बोला और पड़ोसी मुल्क को इन तीन मुद्दों को सुधारने की सलाह दी।
UNGA की दूसरी समिति के लिए संयुक्त राष्ट्र में प्रथम सचिव, पेटल गहलोत ने कहा कि पाकिस्तान को भारत के कब्जे वाले क्षेत्रों को खाली करना चाहिए और सीमा पार आतंकवाद को रोकना चाहिए। साथ ही पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के खिलाफ मानवाधिकारों का उल्लंघन होने से रोके।
पहले इन तीन मुद्दों को सुधारे पाकिस्तान
- पेटल गहलोत ने कहा कि दक्षिण एशिया में शांति कायम करने के लिए पाकिस्तान को तीन कदम उठाने होंगे।
- पहला- सीमा पार आतंकवाद को रोकना और अपने आतंकवाद के बुनियादी ढांचे को तुरंत बंद करना।
- दूसरा- अवैध और जबरन कब्जे वाले भारतीय क्षेत्रों को खाली करें।
- तीसरा-पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के खिलाफ गंभीर और लगातार हो रहे मानवाधिकारों के उल्लंघन को रोकें।
जम्मू-कश्मीर और लद्दाख' भारत के अभिन्न अंग
भारतीय राजनयिक ने पाकिस्तान को लताड़ते हुए दोहराया कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के साथ-साथ लद्दाख भी भारत के अभिन्न अंग हैं। पाकिस्तान को भारत के घरेलू मामलों के बारे में बयान देने का कोई 'अधिकार' नहीं है। पेटल गहलोत ने कहा, 'जम्मू-कश्मीर और लद्दाख केंद्र शासित प्रदेशों से संबंधित मामले पूरी तरह से भारत के आंतरिक हैं।'यह भी पढ़े: यूक्रेन संघर्ष को लेकर भारत ने UN से पूछ लिया तल्ख सवाल, कहा- यह अपना दायित्व निभाने में विफल रहा
जिसका खुद का मानवाधिकार रिकॉर्ड सबसे खराब...
दुनिया के सबसे खराब मानवाधिकार रिकॉर्ड वाले देश पाकिस्तान का उल्लेख करते हुए पेटल गहलोत ने कहा, 'पाकिस्तान को हमारे घरेलू मामलों पर टिप्पणी करने का कोई अधिकार नहीं है। जब अल्पसंख्यक और महिलाओं के अधिकारों की बात आती है, तो पाकिस्तान के लिए अच्छा होगा कि वह दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र पर उंगली उठाने से पहले अपना घर दुरुस्त कर ले।'भारत के खिलाफ 'निराधार और दुर्भावनापूर्ण प्रचार' करने पर गहलोत ने कहा, 'पाकिस्तान एक आदतन अपराधी बन गया है। संयुक्त राष्ट्र के सदस्य राज्य और अन्य बहुपक्षीय संगठन अच्छी तरह से जानते हैं कि पाकिस्तान अपना ध्यान भटकाने के लिए ऐसा करता है।