India-US Drone Deal: 'MQ9-B ड्रोन से बढ़ेगी भारत की समुद्री सुरक्षा', अमेरिका ने रक्षा सौदे को बताया ऐतिहासिक
India-US Drone Deal अमेरिका ने भारत को MQ-9B प्रीडेटर ड्रोन बेचने की अनुमति दे दी है। इस रक्षा सौदे को लेकर अब अमेरिका ने बयान जारी किया है। अमेरिका ने कहा है कि करीब 4 अरब डॉलर की अनुमानित लागत से भारत को 31 ड्रोन बेचे जाएंगे जिससे उनकी समुद्री सुरक्षा में इजाफा होगा। अमेरिका ने भारत को 31 एमक्यू-9बी ड्रोन की बिक्री को पिछले सप्ताह मंजूरी दी थी।
पीटीआई, वॉशिंगटन। India-US Drone Deal: अमेरिका ने भारत को MQ-9B प्रीडेटर ड्रोन बेचने की अनुमति दे दी है। इस रक्षा सौदे को लेकर अब अमेरिका ने बयान जारी किया है। अमेरिका ने कहा है कि करीब 4 अरब डॉलर की अनुमानित लागत से भारत को 31 ड्रोन बेचे जाएंगे, जिससे उनकी समुद्री सुरक्षा में इजाफा होगा।
'भारत को समुद्री सुरक्षा प्रदान करेगा MQ-9B प्रीडेटर ड्रोन'
अमेरिकी विदेश विभाग के उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने बताया कि हमारा मानना है कि यह बिक्री भारत को समुद्री सुरक्षा और समुद्री क्षेत्र में जागरूकता क्षमता प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि इस रक्षा सौदे से भारत को इन विमानों का पूर्ण अधिकार मिलेगा और इस क्षेत्र में हम अपने भारतीय भागीदारों के साथ सहयोग को गहरा करना जारी रखेंगे।
क्यों महत्वपूर्ण हैं 31 अत्याधुनिक ड्रोन
- बता दें कि भारत ने अपने सशस्त्र बलों की निगरानी क्षमताओं को बढ़ाने के लिए अमेरिका से 31 एमक्यू-9बी सशस्त्र ड्रोन खरीदने का फैसला किया है।
- जिनमें से 15 सी-गार्जियन ड्रोन नौसेना को मिलेंगे। इसके अलावा थलसेना और वायुसेना को आठ-आठ स्काई-गार्डियन ड्रोन मिलेंगे।
- अमेरिका का कहना है कि एमक्यू9-बी सशस्त्र ड्रोन सौदे से भारत की समुद्री सुरक्षा और समुद्री क्षेत्र जागरूकता क्षमता में बढ़ोतरी होगी।
अमेरिका ने रक्षा सौदे को दी मंजूरी
उल्लेखनीय है कि अमेरिका ने 3.99 अरब अमेरिकी डॉलर की अनुमानित लागत पर भारत को 31 एमक्यू-9बी सशस्त्र ड्रोन की बिक्री को पिछले सप्ताह मंजूरी दी थी। इससे समुद्री मार्गों में मानवरहित निगरानी और टोही गश्त के जरिए वर्तमान और भविष्य के खतरों से निपटने की भारत की क्षमता बढ़ेगी। इस ड्रोन सौदे की घोषणा जून 2023 में प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान की गई थी।यह भी पढ़ें- California Storm: अमेरिका के कैलिफोर्निया में भीषण तूफान से तबाही, बाढ़ और भूस्खलन से करोड़ों लोगों का जीवन हुआ बाधित