अमेरिका में भारतीय शख्स को उम्रकैद की सजा, 17 बार चाकू मार गाड़ी चढ़ाकर की थी पत्नी की हत्या
अमेरिकी राज्य फ्लोरिडा में एक भारतीय व्यक्ति को 2020 में अपनी 26 वर्षीय पत्नी को 17 बार चाकू मारकर और फिर उसके शरीर पर गाड़ी चढ़ाकर उसकी निर्मम हत्या करने के जुर्म में उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। यह जानकारी एक मीडिया रिपोर्ट में दी गई। सन सेंटिनल अखबार के मुताबिक फिलिप मैथ्यू ने अपनी पत्नी मेरिन जॉय की हत्या के मामले में मुकदमा नहीं लड़ने की बात कही।
पीटीआई, फ्लोरिडा। अमेरिकी राज्य फ्लोरिडा में एक भारतीय व्यक्ति को 2020 में अपनी 26 वर्षीय पत्नी को 17 बार चाकू मारकर और फिर उसके शरीर पर गाड़ी चढ़ाकर उसकी निर्मम हत्या करने के जुर्म में उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। यह जानकारी एक मीडिया रिपोर्ट में दी गई। 'सन सेंटिनल' अखबार के मुताबिक, फिलिप मैथ्यू ने अपनी पत्नी मेरिन जॉय की हत्या के मामले में शुक्रवार को कोई मुकदमा नहीं लड़ने की बात कही।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अदालत ने मैथ्यू को मौत की सजा इसलिए नहीं दी, क्योंकि उसने केस नहीं लड़ने का फैसला किया। बताया जा रहा है कि जॉय अपनी पत्नी के साथ खुश नहीं था। वह पत्नी से अपना रिश्ता तोड़ना चाहता था। इसलिए उसने प्लानिंग के तहत अपनी पत्नी की ब्रोवार्ड हेल्थ कोरल स्प्रिंग्स की पार्किंग में कर दी। मेरिन जॉय ब्रोवार्ड हेल्थ कोरल स्प्रिंग्स अस्पताल में एक नर्स के तौर पर काम कर रही थी।
मैथ्यू ने पत्नी की बेरहमी से की थी हत्या
पुलिस के अनुसार, मैथ्यू ने ब्रोवार्ड हेल्थ कोरल स्प्रिंग्स अस्पताल के पार्किंग स्थल पर अपने वाहन से मेरिन की कार को रोक दिया। इसके बाद उसने उस पर चाकू से बार-बार वार किया और फिर उसपर गाड़ी चढ़ाकर कुचल दिया। घटना के बाद मेरिन जॉय के सहकर्मियों में से एक ने कहा कि मैथ्यू ने उसके ऊपर गाड़ी चढ़ा दी, जैसे वह एक स्पीड बम्प हो, और जैसे ही वे उसकी मदद के लिए दौड़े, मेरिन ने रोते हुए कहा कि मुझे एक बच्चा हुआ है। मेरिन ने दम तोड़ने से पहले अपने हमलावर की पहचान का खुलासा किया, जिसके कारण अंततः मैथ्यू की गिरफ्तारी हुई।
यह भी पढ़ें: Amercia Firing: अमेरिका में शूटर ने बच्चों पर की अंधाधुंध फायरिंग, एक की मौत; 22 राउंड गोलियों से थर्राई सिनसिनाटी
पत्नी की हत्या मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई गई
मामले में मैथ्यू को कोई रिहाई नहीं मिलने की संभावना पर उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। साथ ही घातक हथियार से गंभीर हमले के लिए अधिकतम पांच साल की सजा सुनाई गई थी। स्टेट अटॉर्नी कार्यालय की प्रवक्ता पाउला मैकमोहन ने कहा, आजीवन कारावास की निश्चितता के कारण और प्रतिवादी अपील करने का अपना अधिकार छोड़ रहा था, इसलिए मृत्युदंड को माफ करने का निर्णय लिया गया।
मेरिन के चचेरे भाई जॉबी फिलिप ने सेंटिनल को बताया, "जॉय की मां को यह जानकर खुशी हुई कि उनकी बेटी का हत्यारा शेष वर्षों तक जेल में रहेगा और उन्हें यह जानकर राहत मिली कि कानूनी प्रक्रिया खत्म हो गई है।"