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America: भारतीय-अमेरिकी डॉक्टर ने कोविड फंड से चुराए थे पांच लाख डॉलर, जानें अब क्यों किया कबूल?

अमेरिका में एक भारतीय मूल के डॉक्टर ने कोविड-19 राहत राशि से लाखों डॉलर की चोरी की है और उसने इस अपराध को स्वीकार कर ली है। भारतीय मूल के डॉक्टर रंजन राजबंशी अमेरिका के कैलिफोर्निया में काम करते हैं। उन्हें लघु व्यवसाय प्रशासन (एसबीए) अमेरिकी स्वास्थ्य और मानव सेवा विभाग (एचएचएस) से अप्रैल 2020 से फरवरी 2022 तक 850000 अमेरिकी डॉलर प्राप्त हुए थे।

By AgencyEdited By: Devshanker ChovdharyUpdated: Tue, 29 Aug 2023 06:39 PM (IST)
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कोविड राहत के नाम पर भारतीय-अमेरिकी डॉक्टर ने निकाले पांच लाख डॉलर। (फाइल फोटो)
न्यूयॉर्क, पीटीआई। अमेरिका में एक भारतीय मूल के डॉक्टर ने कोविड-19 राहत राशि से लाखों डॉलर का घोटाला किया है। भारतीय-अमेरिकी दंत चिकित्सक ने राहत राशि से पांच लाख डॉलर निकाल लिए और राशि को निजी खर्च और अन्य जगहों पर निवेश किया। डॉक्टर ने चोरी करने की बात स्वीकार कर ली है।

डॉक्टर ने कब की थी चोरी?

समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, भारतीय मूल के डॉक्टर रंजन राजबंशी अमेरिका के ">कैलिफोर्निया में काम करते हैं। उन्हें लघु व्यवसाय प्रशासन (एसबीए), अमेरिकी स्वास्थ्य और मानव सेवा विभाग (एचएचएस) से अप्रैल 2020 से फरवरी 2022 तक 8,50,000 अमेरिकी डॉलर प्राप्त हुए।

कोविड फंड की राशि का निजी इस्तेमाल

उन्हें ये राशि कोविड-19 राहत के लिए मिले थे, जिसका उपयोग उसके और उसके कर्मचारियों के लिए सुविधा लागत, पेरोल और सुरक्षात्मक उपकरण के लिए करना था। हालांकि, डॉक्टर ने ऐसा नहीं किया और पांच लाख डॉलर अपने निजी कार्य के लिए इस्तेमाल किया।

अमेरिकी न्याय विभाग ने बताया कि डॉक्टर राजबंशी ने सोमवार को निजी कार्य के लिए पांच लाख डॉलर निकालने की बात स्वीकार कर ली है। डॉक्टर ने स्वीकार किया कि उसने इन पैसों का उपयोग निजी निवेश के लिए किया था। हालांकि, सजा सुनाए जाने से पहले डॉक्टर पैसे वापस करने के लिए सहमत हो गया।

जांच में सामने आया मामला

न्याय विभाग ने बताया कि ये मामला तब सामने आया, जब संघीय जांच ब्यूरो (Federal Bureau of Investigation), एसबीए कार्यालय और महानिरीक्षक के एचएचएस कार्यालय ने इसकी जांच की।

इस मामले में राजबंशी को 10 साल तक की जेल की सजा हो सकती है। साथ ही 2,50,000 अमेरिकी डॉलर जुर्माने के रूप में देने पड़ सकते हैं। इस मामले में चार दिसंबर को जिला न्यायाधीश सजा सुनाएंगे।

आपको बता दें कि अमेरिका में कोविड-19 के नाम पर होने वाले धोखाधड़ी से निपटने के लिए सरकार ने 2021 में धोखाधड़ी प्रवर्तन कार्य बल का गठन किया था। इसके गठन का उद्देश्य महामारी से संबंधित धोखाधड़ी से निपटना और उसे रोकना है।