'सोच समझकर चुनें दोस्त, अमेरिका आएं, तो यहां...' US आने वाले भारतीय छात्रों को पेप्सीको की पूर्व सीईओ इंदिरा नूई की सलाह
अमेरिका में भारतीय छात्रों पर लगातार हो रहे हमले को देखते हुए पेप्सीको की पूर्व सीईओ इंदिरा नूई ने सलाह दी है कि यहां आने वाले भारतीय छात्र सतर्कता बरतें। इंदिरा नूई की ओर से जारी वीडियो को भारतीय महावाणिज्य दूतावास की ओर से X ( पूर्व में ट्विटर ) पर पोस्ट किया गया है। गौरतलब है कि इस साल कई भारतीय छात्रों की अमेरिका में मौत हो चुकी है।
पीटीआई, न्यूयार्क। अमेरिका में भारतीय छात्रों पर लगातार हमले हो रहे हैं। इसे देखते हुए पेप्सीको की पूर्व सीईओ इंदिरा नूई ने सलाह दी है कि यहां आने वाले भारतीय छात्र सतर्कता बरतें। स्थानीय कानून को जानें और उनका पालन करें। उन्होंने कहा कि छात्र ड्रग्स की लत से बचें और अधिक शराब न पीयें।
सोच समझकर चुनें दोस्त
इंदिरा नूई की ओर से जारी वीडियो को भारतीय महावाणिज्य दूतावास की ओर से 'X' (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किया गया है। नूई ने वीडियो में कहा है कि यह इसलिए रिकॉर्ड कर रही हूं, क्योंकि मैं आप सभी से बात करना चाहती हूं। यह आप पर निर्भर है कि आप वह करें जिससे सुरक्षित रह सकें। रात के समय अंधेरे वाले इलाके में अकेले निकलने से बचें। आप अगर भारत से आ रहे हैं तो अपने विश्वविद्यालय का चुनाव भी सतर्कता से करें। यहां आने के बाद आप शुरुआती महीनों में अतिरिक्त सतर्क रहें। दोस्त भी सोच समझकर चुनें।'
भारतीय छात्रों की अमेरिका में मौत
गौरतलब है कि इस साल कई भारतीय छात्रों की अमेरिका में मौत हो चुकी है। हाल ही में हैदराबाद का एक छात्र भी लापता है। ड्रग्स तस्करों ने उसका अपहरण कर लिया है और फिरौती मांगी है। फिरौती न देने पर उसकी किडनी बेचने की धमकी दी है।अमेरिका आएं, तो यहां...
नूई ने अपनी वीडियो में कहा कि जब आप संयुक्त राज्य अमेरिका आएं, तो यहां आने के शुरुआती महीनों में इस बात पर बहुत सतर्क रहें कि आप किसे मित्र के रूप में चुनते हैं, आप कौन सी नई आदतें विकसित करते हैं और आप सांस्कृतिक परिवर्तनों का सामना कैसे करते हैं। उन्होंने कहा कि जहां भारतीय छात्र अपनी कड़ी मेहनत और सफलता के लिए जाने जाते हैं, वहीं कुछ युवाओं द्वारा फेंटेनल जैसी दवाओं के प्रयोग और अंततः उनके आदी होने की घटनाएं भी हुई हैं।
भारतीय मूल के छात्रों की हो रही मौत
नूयी का यह संदेश अमेरिका में भारतीय छात्रों की सुरक्षा से संबंधित परेशान करने वाले मामलों के बीच आया है। इस वर्ष की शुरुआत से भारतीय मूल के छात्रों की मौत के कई मामलों ने चिंता पैदा कर दी है। वाणिज्य दूतावास ने कहा कि वह 25 वर्षीय भारतीय छात्र मोहम्मद अब्दुल अरफात का पता लगाने के लिए स्थानीय कानून प्रवर्तन अधिकारियों के साथ काम कर रहा है, जो इस महीने की शुरुआत से क्लीवलैंड में लापता है। पर्ड्यू विश्वविद्यालय के 23 वर्षीय भारतीय-अमेरिकी छात्र समीर कामथ फरवरी में इंडियाना में एक संरक्षित क्षेत्र में मृत पाए गए थे।अमेरिका में पढ़ाई करना बिल्कुल सस्ता नहीं
नूयी ने इस बात पर जोर दिया कि अमेरिका में पढ़ाई करना बिल्कुल सस्ता नहीं है, यह बहुत महंगा है और यह जरूरी नहीं कि आज यहां आपको नौकरी मिले। नूई ने कहा 'इसकी गारंटी नहीं है। भारत खुद शिक्षित लोगों के लिए बड़ी संख्या में अवसर प्रदान कर रहा है। इसके अलावा उन्होंने छात्रों से सोशल मीडिया सहित घोटालों से सावधान रहने की भी अपील की। उन्होंने छात्रों को अपने मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखने, दोस्तों, परिवारों और सहायता समूहों के साथ जुड़े रहने की भी सलाह दी।
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