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ईरान के परमाणु हथियार बनाने की क्षमता पर अमेरिका ने उठाया सवाल, US के विदेश मंत्री ब्लिंकन ने दिया ये बड़ा बयान

Iran Nuclear Weapon ईरान को लेकर अमेरिका ने बड़ा दावा किया है। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने शुक्रवार को परमाणु हथियार बनाने को लेकर कहा कि ईरान का ब्रेकआउट टाइम महज 1 या 2 सप्ताह का बचा है। यानी परमाणु हथिार की सामाग्री तैयार करने के लिए ईरान के पास केवल एक से दो सप्ताह का ही समय है।

By Agency Edited By: Nidhi Avinash Updated: Sat, 20 Jul 2024 08:11 AM (IST)
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अमेरिका ने परमाणु हथियार को लेकर कर दिया बड़ा दावा (Image: ANI)

एएनआई, वाशिंगटन। हाल के महीनों में ईरान ने परमाणु हथियारों और विस्फोटक उपकरणों के उत्पादन को बढ़ाने के लिए बड़े कदम उठाए हैं। इसी को देखते हुए अब अमेरिका ने बड़ा दावा किया है। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा है कि ईरान के लिए ब्रेकआउट का समय अब ​​शायद एक या दो सप्ताह का बचा है। यानी ईरान के पास परमाणु हथियार के लिए सामग्री तैयार करने का केवल  ‘1 या 2 सप्ताह’ का समय बचा है। 

यहां ब्रेकआउट टाइम का मतलब- 'परमाणु हथियार के लिए पर्याप्त हथियार ग्रेड सामग्री बनाने के लिए आवश्यक समय को बताया गया है।'

परमाणु समझौता रद्द

शुक्रवार को एस्पेन सिक्योरिटी फोरम में अपनी टिप्पणी में ब्लिंकन ने कहा, 'हम अभी जिस स्थिति में हैं, वह अच्छी स्थिति नहीं है।' सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, परमाणु समझौता रद्द कर दिए जाने के बाद पहले ईरान परमाणु हथियार के लिए विस्फोटक सामग्री का उत्पादन करने की क्षमता हासिल करने से कम से कम एक वर्ष दूर था, लेकिन अब शायद एक या दो सप्ताह का ही समय ईरान के पास बचा है।'

सावधानी से नजर रख रहा अमेरिका

ब्लिंकन ने कहा कि ईरान ने खुद कोई हथियार नहीं बनाया है, लेकिन यह ऐसी चीज है जिस पर हम बहुत ही सावधानी से नजर रख रहे हैं। एंटनी ने कहा कि अमेरिका की नीति ईरान को परमाणु हथियार हासिल करने से रोकना है और प्रशासन कूटनीति के जरिए ऐसा होने से रोकने की कोशिश करेगा।

एक साल पहले, अमेरिकी रक्षा विभाग के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा था कि ईरान अब 'लगभग 12 दिनों में एक बम के बराबर परमाणु हथियार की सामग्री' बना सकता है। CNN की रिपोर्ट के अनुसार, बाइडन प्रशासन ने ईरान परमाणु समझौते को पुनर्जीवित करने के लिए एक साल से ज्यादा समय तक ईरान के साथ अप्रत्यक्ष बातचीत की है। बता दें कि अमेरिका ने 2018 में ट्रंप प्रशासन के तहत इस समझौते से वापसी कर ली थी।

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