Israel-Hamas War: बाइडन और ब्लिंकन के दबाव के बाद इजराइल गाजा में 'थोड़े विराम' के लिए तैयार, लेकिन कोई 'सामान्य युद्धविराम' नहीं
गाजा में इजरायल हमास के बीच चल रहे युद्ध के दौरान मामले में एक नया मोड़ सामने आया है। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार गाजा पर अपने हमले में केवल थोड़ा विराम दे सकती है। नेतन्याहू का यह बयान अमेरिका के सार्वजनिक दबाव के बाद आया है। पिछले एक सप्ताह से अमेरिका गाजा में मानवीय संघर्ष विराम के लिए सार्वजनिक दबाव बना रहा था।
By Jagran NewsEdited By: Siddharth ChaurasiyaUpdated: Tue, 07 Nov 2023 09:59 AM (IST)
एपी, वाशिंगटन। गाजा में इजरायल हमास के बीच चल रहे युद्ध के दौरान मामले में एक नया मोड़ सामने आया है। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार गाजा पर अपने हमले में केवल "थोड़ा विराम" दे सकती है। नेतन्याहू का यह बयान अमेरिका के सार्वजनिक दबाव के बाद आया है। बता दें कि पिछले एक सप्ताह से अमेरिका इजरायल पर गाजा में "मानवीय संघर्ष विराम" के लिए सार्वजनिक दबाव बना रहा था।
नेतन्याहू ने राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा इजरायल-हमास युद्ध के लगभग एक महीने बाद उनसे सीधी अपील करने के बाद अस्थायी युद्ध विराम का एलान किया। अमेरिका अब तक लड़ाई को व्यापक क्षेत्रीय युद्ध में बदलने से रोकने और नागरिकों की पीड़ा को कम करने के लिए सीमित कदम उठाने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, लेकिन हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, गाजा पर हमास के नियंत्रण को समाप्त करने के इजरायल और नेतन्याहू के लक्ष्य के पीछे यह दृढ़ता से बना हुआ है, यहां तक कि गाजा में मरने वालों की संख्या 10,000 तक पहुंच गई है।
अमेरिका ने इजरायल से किया आग्रह
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने नेतन्याहू के साथ आठ दिनों में अपनी पहली बातचीत के दौरान कहा कि वह हमास के साथ अपना युद्ध जारी रखे। उसने जो आतंकी संगठन को नष्ट करने की कसम खाई है उसे जरूर पूरा करे, लेकिन इस बीच गाजा के आम नागरिकों को युद्ध के दौरान निशाना न बनाया जाए। गाजा के आम नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की अनुमित दिया जाए। अगर वे देश छोड़कर कहीं जाना चाहते हैं तो उन्हें जाने देना चाहिए।यह भी पढ़ें: Israel-Hamas War: युद्ध के बीच लोगों के लिए फिर खोला गया राफा क्रॉसिंग, गाजा में अब तक 10 हजार लोगों की गई जानबाइडन ने नेतन्याहू से आग्रह किया कि कुछ अवधि के लिए युद्ध को विराम देना चाहिए, ताकि आम नागरिक सुरक्षित स्थानों तक पहुंच सकें। साथ ही इजरायल को जरूरतमंद हजारों नागरिकों तक राहत सामग्री पहुंचाना चाहिए।
राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने नेतन्याहू के साथ बाइडन की बातचीत का वर्णन करते हुए कहा, "हम खुद को इस बातचीत की शुरुआत में मानते हैं, न कि इसके अंत में...इसलिए आप उम्मीद कर सकते हैं कि हम मध्यस्थता की वकालत करना जारी रखेंगे।"