Israel Hamas War: 'गाजा में मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए इजरायल पर दबाव डाले अमेरिका' US सांसदों ने बाइडेन को लिखा पत्र
इजरायल और हमास के बीच चल रहे युद्ध को 46 दिन हो गए हैं जिसमें हजारों लोगों की जानें जा चुकी हैं। युद्ध से सबसे ज्यादा तबाही गाजा में हुई है जहां लाखों लोग घायल हैं तो इससे कहीं ज्यादा भूख पानी दवाई और जरूरी चीजों के लिए मोहताज हैं। इसको देखते हुए दुनिया के तमाम देश गाजा में लोगों के लिए मानवीय सहायता भेज रहे हैं।
By Jagran NewsEdited By: Abhinav AtreyUpdated: Tue, 21 Nov 2023 08:24 AM (IST)
रॉयटर्स, वाशिंगटन। इजरायल और हमास के बीच चल रहे युद्ध को 46 दिन हो गए हैं, जिसमें हजारों लोगों की जानें जा चुकी हैं। युद्ध से सबसे ज्यादा तबाही गाजा में हुई है, जहां लाखों लोग घायल हैं तो इससे कहीं ज्यादा भूख, पानी, दवाई और जरूरी चीजों के लिए मोहताज हैं। इसको देखते हुए दुनिया के तमाम देश गाजा में लोगों के लिए मानवीय सहायता भेज रहे हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथी डेमोक्रेट सांसदों ने सोमवार को उनसे आग्रह किया कि वे गाजा में निर्दोष नागरिकों के लिए मानवीय सहायता भेजने में मदद करने के लिए इजरायल पर फौरन दबाव डालें। साथ ही सांसदों ने एक प्रमुख बॉर्डर को भी खोलने की मांग रखी।
युद्ध के दौरान आम नागरिकों की रक्षा हो- पत्र
डेमोक्रेटिक सांसदों ने बाइडेन को लिखे पत्र में कहा, "हमास द्वारा पैदा हुए खतरे को खत्म करना और नागरिकों की रक्षा करना एक जैसे उद्देश्य नहीं हैं। सही मायनों में अंतर्राष्ट्रीय मानवतावादी कानून के लिए जरूरी है कि युद्ध के दौरान आम नागरिकों की रक्षा की जाए।"इन सांसदों ने लिखा पत्र
बाइडेन को पत्र लिखने वाली टीम का नेतृत्व सीनेटर टैमी बाल्डविन, टिम काइन और क्रिस वान होलेन कर रही हैं। इस पत्र पर आठ और डेमोक्रेट्स सांसदों के साइन मौजूद हैं। हालांकि, व्हाइट हाउस ने पत्र का तुरंत कोई जवाब नहीं दिया।इजरायली बमबारी में 13,300 फलस्तीनी मारे गए
इजरायली सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, हमास के हमले में अबतक लगभग 1,200 लोग मारे गए हैं, जबकि गाजा की सरकार ने कहा है कि इजरायली बमबारी में कम से कम 13,300 फलस्तीनी मारे गए हैं। वहीं, संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि गाजा के 23 लाख लोगों में से दो तिहाई लोग बेघर हो गए हैं।
बता दें कि सांसदों द्वारा लिखे गए पत्र में युद्धविराम की बात नहीं कही गई है, लेकिन गाजा में गंभीर मानवीय स्थिति की ओर ध्यान आकर्षित किया गया है। इसमें लोगों को पानी, भोजन, ईंधन और अन्य बुनियादी जरूरतों को पूरा करना, इजरायल और गाजा के बीच केरेम शालोम बॉर्डर को फिर से खोलना और नागरिकों की सुरक्षा शामिल है।ये भी पढ़ें: पूर्वाग्रह के आरोपों को पाकिस्तानी कार्यवाहक पीएम ने किया खारिज, बोले- विक्टिम कार्ड खेलना हो सकता है नरेटिव