इजरायल हमास संघर्ष पर डेमोक्रेटिक सांसदों में दिखा बंटवारा, सांसद रशीदा तलीब के खिलाफ लाया गया निंदा प्रस्ताव
अमेरिकी प्रतिनिधि सभा ने इजरायल-हमास संघर्ष के संबंध में एकमात्र फलस्तीनी अमेरिकी प्रतिनिधि रशीदा तलीब द्वारा दिए बयानों को लेकर उसकी निंदा के लिए संसद में मंगलवार को मतदान किया। डेमोक्रेटिक पार्टी की सदस्य तलीब के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित करने में रिपब्लिकन के साथ 22 डेमोक्रेटिक सांसद भी शामिल थे। वहीं प्रस्ताव पर बहस के दौरान तलीब सदन में भावुक हो गईं।
By Abhinav AtreyEdited By: Abhinav AtreyUpdated: Wed, 08 Nov 2023 09:58 PM (IST)
एएनआई, वॉशिंगटन। अमेरिकी प्रतिनिधि सभा ने इजरायल-हमास संघर्ष के संबंध में एकमात्र फलस्तीनी अमेरिकी प्रतिनिधि रशीदा तलीब द्वारा दिए बयानों को लेकर उसकी निंदा के लिए संसद में मंगलवार को मतदान किया। डेमोक्रेटिक पार्टी की सदस्य तलीब के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित करने में रिपब्लिकन के साथ 22 डेमोक्रेटिक सांसद भी शामिल थे।
न्यूयार्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, अपनी ही पार्टी के नेता के खिलाफ निंदा प्रस्ताव को डेमोक्रेटिक सांसदों का समर्थन इजरायल-हमास संघर्ष को लेकर पार्टी में तेजी से बढ़ते विभाजन को दर्शाता है। प्रस्ताव में रशीदा तलीब पर सात अक्टूबर को इजरायल पर हमास के हमले के बारे में झूठे बयानों को बढ़ावा देने और इजरायल के विनाश का आह्वान करने का आरोप लगाया।
बहस के दौरान सदन में भावुक हुईं रशीदा
प्रस्ताव पर बहस के दौरान, तलीब सदन में भावुक हो गईं। उन्होंने गाजा में युद्धविराम के अपने आह्वान को दोहराया और इजरायली सरकार की अपनी आलोचना का बचाव किया। कहा कि उन्होंने हमेशा इजरायली सरकार की आलोचना की है, न कि इजरायल के लोगों की।रशीदा ने सहयोगियों को चेतावनी दी
उन्होंने अपने सहयोगियों को चेतावनी दी कि युद्धविराम का आह्वान करने वाला आंदोलन हर दिन बढ़ रहा है। आप मेरी निंदा करने की कोशिश कर सकते हैं, लेकिन आप उनकी आवाज नहीं दबा सकते।
रशीदा के बयान की निंदा करने के लिए वोटिंग हुई
अमेरिकी प्रतिनिधि सभा में रशीदा के बयान की निंदा करने के लिए बकायदा वोटिंग हुई। इसके लिए सदन में 234-188 वोटों के अंतर से उनके भाषण की निंदा की। वहीं, वोटिंग में शामिल ज्यादातर सांसद राष्ट्रपति जो बाइडेन की डेमोक्रेटिक पार्टी के थे। बता दें कि फिलिस्तीनी-अमेरिकी सांसद रशीदा तलीब का परिवार इजराइल के कब्जे वाले वेस्ट बैंक में रहता है।
इस बीच फलस्तीनी स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि इजरायली हमले में अब तक 10,000 से अधिक फलस्तीनी लोगों की मौत हुई है।ये भी पढ़ें: Germany: हैम्बर्ग में एक शिक्षक को मिली पिस्तौल से मारने की धमकी, पुलिस ने कराया पूरा स्कूल खाली