Israel Hamas War: हमास के खिलाफ गाजा पर हमले जारी रहे, तो अमेरिका भी नहीं बच पाएगा, ईरान ने UN में दी खुली धमकी
Israel Hamas War अब्दुल्लाहियन ने कहा हमास ने ईरान को बताया है कि वह बंधक बनाए गए इजरायली नागरिकों को छोड़ने के लिए तैयार है लेकिन विश्व के देशों को भी इजरायल की जेलों में बंद छह हजार फलस्तीनियों को रिहा करने के लिए दबाव बनाना चाहिए।
रॉयटर्स, संयुक्त राष्ट्र। ईरान के विदेश मंत्री होसैन अमीर अब्दुल्लाहियन ने गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र में चेतावनी दी कि अगर गाजा पट्टी में हमास के खिलाफ इजरायल की जवाबी कार्रवाई बंद नहीं हुई तो अमेरिका भी इस आग से बच नहीं पाएगा। पश्चिम एशिया पर महासभा की बैठक के दौरान अब्दुल्लाहियन ने अमेरिका पर गाजा में नरसंहार का प्रबंधन करने का आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि मैं अमेरिकी राजनेताओं से स्पष्ट रूप से कहता हूं कि हम क्षेत्र में युद्ध का विस्तार नहीं चाहते हैं। लेकिन, यदि गाजा में नरसंहार जारी रहा, तो इस आग से वे भी नहीं बच पाएंगे।
छह हजार फलस्तीनियों की रिहाई
अब्दुल्लाहियन ने कहा, "हमास ने ईरान को बताया है कि वह बंधक बनाए गए इजरायली नागरिकों को छोड़ने के लिए तैयार है, लेकिन विश्व के देशों को भी इजरायल की जेलों में बंद छह हजार फलस्तीनियों को रिहा करने के लिए दबाव बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कतर और तुर्किये के साथ मिलकर ईरान इस मानवीय प्रयास में अपनी भूमिका निभाने के लिए तैयार है।"
इजरायल के राजदूत ने दिखाया वीडियो
संयुक्त राष्ट्र में इजरायल के राजदूत गिलाद एर्दान ने गुरुवार को महासभा को एक संक्षिप्त वीडियो दिखाया, जिसमें सात अक्टूबर को हमास के एक लड़ाके को एक व्यक्ति का सिर काटने की कोशिश करते हुए दिखाया गया है। एर्दान ने कहा कि वीडियो फुटेज में देखा गया पीड़ित इजरायली या यहूदी नहीं था, बल्कि वह थाईलैंड का एक कृषि श्रमिक था।
अरब देशों ने की अंतरराष्ट्रीयकानून के उल्लंघन की निंदा
संयुक्त अरब अमीरात, जार्डन, बहरीन, सऊदी अरब, ओमान, कतर, कुवैत, मिस्त्र और मोरक्को ने गुरुवार को गाजा में नागरिकों को निशाना बनाने और अंतरराष्ट्रीय कानून के घोर उल्लंघन की निंदा की। अरब देशों के विदेश मंत्रियों ने कहा कि हमास द्वारा सात अक्टूबर को किए गए हमले के बाद इजरायल का आत्मरक्षा का अधिकार फलस्तीनियों के अधिकारों की उपेक्षा को उचित नहीं ठहराता है।