'गाजा में हर दिन नरसंहार कर रहा इजरायल', UN में फलस्तीन का आरोप; इजरायली राजदूत ने 9/11 से की हमास के हमले की तुलना
संयुक्त राष्ट्र में फलस्तीनी राजदूत रियाद मंसूर ने इजरायल की कार्रवाई का मुद्दा उठाया। रियाद मंसूर ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय कानून में नरसंहार करने का कोई अधिकार नहीं है। इजरायल हर दिन गाजा में नरसंहार कर रहा है। संयुक्त राष्ट्र में इजरायल के राजदूत गिलाद एर्दान ने फलस्तीनी के आरोपों पर कड़ी प्रतिक्रिया दी।
एएनआई, संयुक्त राष्ट्र। इजरायल-हमास युद्ध के बीच गाजा पट्टी तक मानवीय सहायता पहुंचाने की अनुमति देने के लिए ब्राजील के एक प्रस्ताव पर संयुक्त राष्ट्र में मतदान किया गया। हालांकि, इस प्रस्ताव को मंजूरी नहीं दी जा सकी।
ब्राजील के प्रस्ताव को नहीं मिली मंजूरी
संयुक्त राष्ट्र में ब्राजील के राजदूत सर्जियो फ्रैंका डेनीज ने बताया कि पक्ष में 12 वोट पड़े, जबकि इसके विरोध में एक वोट पड़ा। इसके अलावा दो देश अनुपस्थित रहें। उन्होंने बताया कि परिषद के एक स्थायी सदस्य के नकारात्मक वोट के कारण ब्राजील के नेतृत्व वाले प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया गया है।
इजरायल हर दिन गाजा में नरसंहार कर रहा है- रियाद मंसूर
इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र में फलस्तीनी राजदूत रियाद मंसूर ने इजरायल की कार्रवाई का मुद्दा उठाया। रियाद मंसूर ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय कानून में नरसंहार करने का कोई अधिकार नहीं है। इजरायल हर दिन गाजा में नरसंहार कर रहा है। दस दिनों से अधिक समय से आपने देखा है कि पूरे परिवार, बम शेल्टर, स्कूल, अस्पताल, आवासीय भवनों में लोगो की हत्या की गई है। आप सभी कहेंगे कि नागरिक जीवन की रक्षा की जानी चाहिए और फिर भी आप में से कुछ अब तक हमले को रोकने के लिए तत्काल युद्धविराम का आह्वान करने में असमर्थ हैं।ॉ
#WATCH | Palestinian Ambassador to the United Nations, Riyad Mansour says "There is no right to commit massacres in international law. Israel is perpetrating massacres in Gaza every single day. For over ten days now, you have witnessed it killing entire families, bomb shelters,… pic.twitter.com/w0VyrzBSOi
युद्ध को तुरंत रोका जाना चाहिए- रियाद मंसूर
फलस्तीनी राजदूत रियाद मंसूर ने आगे कहा कि इस परिषद ने दो दिन पहले युद्धविराम का आह्वान किया और उसके अनुसार कार्य किया। इससे सैकड़ों लोगों की जान बच सकती थी। हो सकता है कि कुछ लोगों के लिए सैकड़ों फलस्तीनी नागरिकों की जान बचाना इतना महत्वपूर्ण उद्देश्य नहीं है, लेकिन क्या आप आश्वस्त हैं कि फलस्तीनी जीवन ही एकमात्र उद्देश्य है। हमने इन परिषद महीनों पहले कहा था कि सभी जीवन बचाने के लिए काम करो, तब आपने हमारी बात नहीं सुनी। अब एक ही गलती मत करो, यह एक तरह का युद्ध है इसे रोका जा सकता है और इसे तुरंत रोका जाना चाहिए।
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इजरायली राजदूत ने दी कड़ी प्रतिक्रिया
वहीं, संयुक्त राष्ट्र में इजरायल के राजदूत गिलाद एर्दान ने फलस्तीनी के आरोपों पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कह कि बीते कई दशकों के बाद इजरायल पर अबतक का सबसे बर्बर और बड़ा आतंकवादी हमला हुआ है, जो अमेरिका में हुए 9/11 से भी बड़ा है। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि यह परिषद पहले ही भूल चुकी है। 7 अक्टूबर के नरसंहार के फोटो और वीडियो हर इजरायली के दिमाग में बस गए हैं। हमास आतंकियों ने इजरायल पर आक्रमण किया और 1,400 निर्दोष इजरायलियों की बेरहमी से हत्या कर दी और महिलाओं के साथ दुष्कर्म भी किया गया।
#WATCH | Ambassador of Israel to the United Nations, Gilad Erdan says "...The most barbaric and widescale terror attack in decades, bigger than 9/11, was perpetrated 11 days ago and it seems like this Council has already forgotten. The pictures and footage from the October 7… pic.twitter.com/LazYtiMSuX— ANI (@ANI) October 18, 2023
उन्होंने कहा कि गाजा पर शासन करने वाले हमास आतंकवादियों द्वारा जानबूझकर इसकी योजना बनाई गई थी और इसे अंजाम दिया था। यहां कुछ लोग हैं जो राजनीतिक कारणों से हमास को आतंकवादी संगठन घोषित नहीं करने का विकल्प चुनते हैं, लेकिन यह अभी भी तथ्यों को नहीं बदलता है। हमास ने जानबूझकर नागरिकों को निशाना बनाया और मौका मिलने पर बच्चों को मारा। यह हमास को आईएसआईएस से अलग आतंकी संगठन बनाता है।
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