US में कारोबार पर पड़ा असर, अमेरिकी कंपनियों ने की एच-1बी वीजा कोटा दोगुना करने की मांग
अमेरिका में 2100 से अधिक लघु एवं मध्यम दर्जे की आईटी कंपनियों के संघ आईटीसर्व ने एच-1बी वीजा का कोटा दोगुना करने की मांग की है। इन कंपनियों के ज्यादातर संचालक भारतीय-अमेरिकी हैं। आईटीसर्व ने कहा कि इस समय देश में कुशल कामगारों की काफी कमी है जिससे कारोबार प्रभावित हो रहा है। वर्तमान में यह कोटा 65 हजार वार्षिक है।
वाशिंगटन, पीटीआई। अमेरिका में 2,100 से अधिक लघु एवं मध्यम दर्जे की आईटी कंपनियों के संघ आईटीसर्व ने एच-1बी वीजा का कोटा दोगुना करने की मांग की है। इन कंपनियों के ज्यादातर संचालक भारतीय-अमेरिकी हैं।
अमेरिका में कारोबार पर पड़ा असर
आईटीसर्व ने कहा कि इस समय देश में कुशल कामगारों की काफी कमी है, जिससे कारोबार प्रभावित हो रहा है। वर्तमान में यह कोटा 65 हजार वार्षिक है। एच-1बी एक गैर-आप्रवासी वीजा है जिसके आधार पर अमेरिकी कंपनियों को सैद्धांतिक और तकनीकी रूप से प्रशिक्षत विदेशी कामगारों को विशेष अवधि के लिए नियुक्ति करने की अनुमति मिलती हैं।
संसद के बाहर एकत्र हुए आईटीसर्व संघ के सदस्य
आईटीसर्व संघ के 240 से अधिक सदस्य मंगलवार को संसद के बाहर एकत्र हुए। जिससे वे प्रतिनिधि सभा के सदस्यों व सीनेटरों को यह समझा सकें कि अमेरिका में तकनीकी रूप से दक्ष कर्मचारियों की काफी कमी है। उन्होंने कहा कि उच्च प्रशिक्षित कर्मियों की कमी से उनका कारोबार प्रभावित हो रहा है।
सदस्यों ने की एच-1बी का वार्षिक कोटा बढ़ाने की मांग
सदस्यों ने कहा कि एच-1बी का वार्षिक कोटा 65,000 से बढ़ाकर 1,30,000 किया जाना चाहिए। अमेरिकी तकनीकी कंपनियां भारत और चीन जैसे देशों के हजारों कर्मियों को हर साल नियुक्त करती हैं।