पाकिस्तान को अमेरिका से मिल सकता है एक और झटका, बढ़ जाएंगी मुश्किलें
अमेरिका के हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव में एक बिल पेश किया गया है जिसके पारित होने से पाकिस्तान की मुश्किलें निश्चित तौर पर बढ़ जाएंगी।
नई दिल्ली [स्पेशल डेस्क]। अमेरिका द्वारा पाकिस्तान को दी जाने वाली रक्षा सहायता राके जाने के बाद अब उसको मिलने वाली आर्थिक मदद पर भी संकट के बादल मंडरा रहे हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि अमेरिका के हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव में एक बिल को पेश किया गया है। इसमें कहा गया है कि पाकिस्तान को दी जाने वाली आर्थिक मदद को पूरी तरह से बंद कर दिया जाना चाहिए। इस बिल को साउथ कैरोलिना और केंटकी के कांग्रेसमेन मार्क सेनफोर्ड और थॉमस मैसी ने पेश किया है।
अमेरिका को नहीं हुआ फायदा
इसमें कहा गया है अमेरका पाकिस्तान को आतंकवाद खत्म करने के नाम पर करोड़ों की राशि उपलब्ध करवाता रहा है। लेकिन इसका कोई फायदा अमेरिका को नहीं हुआ है। उल्टा पाकिस्तान धन समेत हथियार और खुफिया जानकारी तक आतंकियों को पहुंचाता रहा है और उनका साथ देता रहा है। लिहाजा यह जरूरी है कि पाकिस्तान को दी जाने वाली करोड़ों डॉलर की आर्थिक मदद को पूरी तरह से बंद कर देना चाहिए।
अमेरिका के विकास पर लगाई जाए राशि
इसके माध्यम से इन नेताओं ने कहा है कि आर्थिक मदद को रोके जाने के बाद इससे बची हुई राशि को अमेरिका के विकास पर लगाया जाना चाहिए, जिससे अमेरिका और समृद्ध हो सके। इसमें कहा गया है कि इस राशि का खर्च लोगों के विकास और देश में इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट पर किया जाना चाहिए।
नए नहीं हैं आरोप
आपको बता दें कि इन नेताओं ने जिस तरह के आरोप पाकिस्तान पर लगाए हैं वह यूं तो नए नहीं हैं, लेकिन अब इस तरह के आरोप लगाने वाले नेताओं की संख्या जरूर बढ़ गई है। खुद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी इसी तरह के आरोप पाकिस्तान पर लगा चुके हैं। हालांकि पाकिस्तान हर बार इन आरोपों का खंडन करता रहा है। पाकिस्तान का कहना है कि अमेरिका बार-बार अफगानिस्तान में अपनी हार के लिए उसको दोषी ठहराता रहा है, लेकिन उसने इसके लिए और आतंकवाद को उखाड़ फेंकने के लिए काफी काम किया है। उसके किए कामों की सराहना की जानी चाहिए।
बर्बाद नहीं किया जाना चाहिए करदाताओं का पैसा
हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव में इन नेताओं ने कहा कि अमेरिका के करदाताओं के पैसे को इस तरह से बर्बाद नहीं किया जाना चाहिए। इस फंड को पाकिस्तान को न देकर हाईवे ट्रस्ट फंड को दे देना चाहिए और सड़कों और पुलों की हालत सुधारनी चाहिए। उनका कहना था कि जब अमेरिका किसी देश को समर्थन देता है तो यह उसका बड़प्पन है। लेकिन उसके लोगों द्वारा देश को कर के रूप में दिया गया पैसा आतंकियों की मदद के लिए नहीं जाना चाहिए। कांग्रेसमेन सेनफोर्ड का कहना था कि 2026 में हाईवे ट्रस्ट फंड 111 बिलियन डॉलर हो जाएगा। इसके लिए हमें पैसे की जरूरत होगी।
हमारे देश का झंडा जलाया जाता है
इन दोनों नेताओं के अलावा एक अन्य नेता ने यह भी कहा कि हम अपने देश के करदाताओं के पैसे को बचाने में कामयाब नहीं रहे हैं। उन्होंने यहां तक कहा कि हम जिस देश को आर्थिक मदद के तौर पर अपना समर्थन दे रहे हैं वहीं पर ही हमारे देश का झंडा जलाया जाता है और हमारे खिलाफ नारेबाजी की जाती है। यह लोग हमारे ही खात्मे की बात करते हैं। इसके लिए जरूरी यह है कि हम इस पैसे को किसी अन्य को न देकर अपने ही घर में अपने ही लोगों पर खर्च करें। उन्होंने इस दौरान उस डॉक्टर का भी जिक्र किया जिसने ओसामा को खत्म करने में अमेरिका की मदद की थी। इनका कहना था कि हमें इस पैसे से ऐसे लोगों की मदद करनी चाहिए।
तालीबान के खिलाफ कार्रवाई करने का दबाव
आपको बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने नववर्ष के दौरान जो ट्वीट किए थे उनमें पाकिस्तान पर कई आरोप भी लगाए थे। इसमें उन्होंने कहा था कि 15 वर्षों में अमेरिका ने पाकिस्तान को रक्षा सहयोग के रूप में 33 अरब डॉलर की राशि दी है, लेकिन इसके बदले मे अमेरिका को कुछ नहीं मिला। इन ट्वीट के चार दिन बाद ही अमेरिका ने पाकिस्तान को दी जाने वाली राशि को सस्पेंड कर दिया था। उनका मानना था कि इससे पाकिस्तान के ऊपर तालीबान के खिलाफ कार्रवाई करने का दबाव बन सकेगा।