विंटर ओलंपिक में किम और ट्रंप के हमशक्ल बने चर्चा का विषय, कहा- हमें चाहिए शांति
ओलंपिक मैच के दौरान जब किम और ट्रंप आपस में हाथ मिलाया तो वहां मौजूद मीडिया के कैमरे की फ्लैश यकायक चमक उठीं।
नई दिल्ली [स्पेशल डेस्क]। विंटर ओलंपिक में काफी कुछ ऐसा हो रहा है जिसमें सभी की दिलचस्पी लगी हुई है। पूरी दुनिया की निगाह यहां पर आए खिलाडि़यों के पदक जीतने से ज्यादा दूसरी चीजों की तरफ लगी हुई है। यह दूसरी चीजें कुछ और नहीं बल्कि कोरियाई प्रायद्वीप के दो प्रतिद्वंदी का साथ आना है। दुनिया के सभी देश उत्तर और दक्षिण कोरिया के नेताओं के एक साथ आने को बड़ी हसरत भरी निगाहों से देख रहे हैं। योंगप्योंग शहर में हो रहे इस विंटर ओलंपिक की रंगारंग शुरुआत के दौरान भी सभी की निगाहें वीआईपी लॉन्ज में लगी रही। यहां पर उत्तर कोरिया के प्रमुख की बहन को स्पेशल वीआईपी गेस्ट के तौर पर तवज्जो दी गई थी। इतना ही नहीं इस दौरान उत्तर और दक्षिण कोरिया के नेताओं के बीच खेल से अलग बातचीत भी हुई। यह वास्तव में शांति की तरफ इन देशों का यह पॉजीटिव रेस्पांस था। इस ओलंपिक में अमेरिकी उप-राष्ट्रपति माइक पेंस के ठीक पीछे तानाशाह किम की बहन भी मौजूद थीं। हालांकि इस दौरान इन दोनों ने औपचारिक रूप से हाथ तक नहीं मिलाया था। माइक पेंस के पास जापान के प्रधानमंत्री भी मौजूद थे। लेकिन इन सबसे बढ़कर इस ओलंपिक में कुछ और भी देखने को मिला। ये कुछ और था किम जोंग उन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का हाथ मिलाना। चौंक गए आप। चौंकिए मत।
असल में ये हैं किम-ट्रंप के हमशक्ल
अब आपकी एक जिज्ञासा को हम शांत किए देते हैं कि आखिर ये कैसे संभव हो सकता है, जबकि ट्रंप अमेरिका में मौजूद थे। आप सोच रहे होंगे कि एक इंसान दो जगहों पर कैसे हो सकता है और इसकी खबर दुनिया को पहले क्यों नहीं लगी। आपकी सोच बिल्कुल सही दिशा में है क्योंकि इस ओलंपिक में अमेरिका के उप-राष्ट्रपति माइक पेंस और किम की बहन किम योंग जोंग आई हुई हैं। तो हम आपको बता दें कि फोटो में दिखाई देने वाले दोनों शख्स वास्तव में नकली किम और ट्रंप हैं। असल जिंदगी में किम का किरदार रखने वाले इंसान का नाम हावर्ड है जो पेशे से हॉंगकॉंग में म्यूजिशियन है। हावर्ड बताते हैं कि उनका चेहरा किम से काफी मिलता है, इसको लेकर लोग काफी हैरान हो जाते हैं। हालांकि कई बार वह इसको लेकर खुद भी मुश्किल में फंस जाते हैं। इसके लिए वह ज्यादातर आंखों पर चश्मा और सिर पर हैट लगाकर सड़क पर निकलते हैं। वहीं ट्रंप की शक्ल में दिखाई देने वाले हावर्ड के ही एक दोस्त डेनिस एलन हैं जो शिकागो के हैं। हावर्ड पहली बार 2013 में किम के तौर पर लोगों के सामने आए थे। इन दोनों का ये भी कहना है कि इस किरदार को वह काफी एन्ज्वाए करते हैं। बहरहाल भले ही आप इन्हें फेक कैरेक्टर का नाम दें लेकिन असल में ये दोनों एक साथ आकर अमन और शांति का तो पैगाम दे रही रहे हैं।
दोनों ने मिलाया हाथ
तनाव में दुनिया और खुश किम-ट्रंप
एक तरफ जहां पूरी दुनिया इनके तनाव को लेकर परेशान है वहीं ये दोनों बेहद खुशनुमा नजर आ रहे थे। मजे की बात ये भी है कि ऐसा पहला मौका नहीं है जब ये दोनों इस तरह से एक साथ दिखाई दिए हों। इससे पहले पिछले वर्ष जनवरी में भी ये दोनों हॉंगकांग की मेट्रो में दिखाई दिए थे। उस वक्त इनके पास खड़े हुए लोग इस बात से अंजान नजर आए कि उनके पास में दुनिया की दो बड़ी शख्शियत मौजूद हैं। इस दौरान जहां किम अपने फोन पर कुछ कर रहे थे वहीं ट्रंप उनका बड़े गौर से देख रहे थे। आप ये सुनकर वास्तव में परेशान हो रहे होंगे।सुंजवां आर्मी कैंप पर आतंकी हमले के बाद फिर सामने आए स्पेशलाइज फोर्स के पैरा कमांडो
न्यूयॉर्क की सड़कों पर घूमे किम
मीडिया विंग में दिखाई दिए
ओलंपिक मैच के दौरान ये दोनों ही मीडिया विंग में भी दिखाई दिए। यहां उनकी मौजूदगी ने हर किसी को चौंका दिया था। इन दोनों का कहना था कि वे इस बात पर राजी हुए हैं कि शांति स्थापित होनी चाहिए। किम ने वहां पर सिक्योरिटी गार्ड से अपनी बहन के बारे में भी पूछा जो स्पेशल गेस्ट के तौर पर वहां मौजूद थीं। इस मौके को वहां मौजूद कई लोगों ने अपने कैमरे में कैद भी किया। इन दोनों का कहना था कि इसके लिए इन्होंने काफी पैसा खर्च किया है और वो ऐसा कर सकते हैं क्योंकि वह काफी अमीर व्यकित हैं।