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बाइडन प्रशासन ने कहा- पत्रकार खशोगी की हत्या मामले में सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान को इम्‍यूनिटी

खशोगी की अक्टूबर 2018 में इस्तांबुल में सऊदी अरब के वाणिज्य दूतावास के भीतर हत्या कर दी गई थी। खगोशी के शव को भी दूतावास के अंदर ही ठिकाने लगा दिया गया था। तुर्की ने भी खशोगी की हत्या को लेकर सऊदी के कई नागरिकों को आरोपी बनाया था।

By Jagran NewsEdited By: TilakrajUpdated: Fri, 18 Nov 2022 10:03 AM (IST)
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खगोशी के शव को भी दूतावास के अंदर ही ठिकाने लगा दिया गया था

वाशिंगटन, रायटर।अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन प्रशासन ने यू-टर्न लेते हुए अमेरिकी पत्रकार व लेखक जमाल खशोगी हत्याकांड में अब सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान का बचाव किया है। इससे पहले हत्याकांड में सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की निंदा के लिए जो बाइडन जोरदार आभियान चला चुके हैं।

बाइडन प्रशासन ने गुरुवार को घोषणा की कि सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस के कार्यालय को उन्हें अमेरिकी पत्रकार खशोगी की हत्या मामले में उनकी भूमिका के लिए मुकदमों से बचाना चाहिए। कहा, जमाल खशोगी की मंगेतर और उनके द्वारा स्थापित अधिकार समूह 'डेमोक्रेसी फार द अरब व‌र्ल्ड नाऊ' द्वारा दायर मुकदमे में प्रतिरक्षा मिलनी चाहिए। हालांकि, इससे मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और कई अमेरिकी सांसदों का नाराज होना तय है। क्योंकि सऊदी अरब ने देश और विदेश में शांतिपूर्ण आलोचकों के खिलाफ कारावास और अन्य जवाबी कार्रवाई को कड़ा करने समेत तेल उत्पादन में कटौती कर दी है।

सऊदी अरब के वाणिज्य दूतावास में हुई थी खशोगी की हत्‍या

बता दें कि खशोगी की अक्टूबर 2018 में इस्तांबुल में सऊदी अरब के वाणिज्य दूतावास के भीतर हत्या कर दी गई थी। खगोशी के शव को भी दूतावास के अंदर ही ठिकाने लगा दिया गया था। तुर्की ने भी खशोगी की हत्या को लेकर सऊदी के कई नागरिकों को आरोपी बनाया था। तुर्की सरकार ने आरोप लगाया था कि पत्रकार खशोगी की हत्या सऊदी सरकार के इशारे पर की गई थी। इस हत्याकांड के बाद पूरी दुनिया में सऊदी अरब के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुआ था।

अमेरिका की खुफिया रिपोर्ट में सऊदी क्राउन प्रिंस पर हत्‍या का...

हालांकि, क्राउन प्रिंस ने खशोगी की हत्या में हाथ होने से इनकार कर दिया था, लेकिन अमेरिका की खुफिया रिपोर्ट में यह बात सामने आई थी। दरअसल, राष्ट्रपति बनने के बाद जो बाइडेन खशोगी की हत्या को लेकर एक खुफिया रिपोर्ट जारी करने की मंजूरी दी थी। इस खुफिया रिपोर्ट में माना गया था कि युवराज सलमान ने संभवतः पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या करने की मंजूरी दी थी। अमेरिका और सऊदी अरब के संबंधों में इसके बाद दरार आ गई थी। 

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