US Election: क्या कमला हैरिस होंगी अमेरिका की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार? बाइडन के बयान से तेज हुई सियासी हलचल
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की उम्मीदवारी पर उठ रहे सवालों के बीच उन्होंने एक ऐसी भविष्यवाणी कर दी है जिससे सियासी गलियारों में हलचल तेज हो गई है। उन्होंने बताया अगर वो इस्तीफा देते हैं तो कमला हैरिस ही उनकी जगह लेने के लिए सबसे बेहतर उम्मीदवार होंगी। हालांकि उन्होंने ये भी बताया कि अपने दूसरे कार्यकाल से पहले 100 दिनों की योजना बना ली है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिका में जैसे-जैसे राष्ट्रपति चुनाव का समय नजदीक आ रहा है, दोनों पार्टी डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन के बीच जुबानी जंग बढ़ती जा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस बार डोनाल्ड ट्रंप चुनावी रेस में आगे नजर आ रहे हैं और बाइडन को हटाने की मांग चल रही है। इस बीच बाइडन ने उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को लेकर ऐसा बयान दे दिया, जिससे राजनीतिक गलियारों में हलचल पैदा हो गई है।
बाइडन ने एनएएसीपी के वार्षिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि उपराष्ट्रपति कमला हैरिस संयुक्त राज्य अमेरिका की राष्ट्रपति बन सकती हैं। उन्होंने बताया कि अगर वो इस्तीफा देते हैं तो कमला हैरिस ही उनकी जगह लेने के लिए बेहतर उम्मीदवार होंगी। वो न केवल महान उपराष्ट्रपति राष्ट्रपति हैं, ब्लकि सयुंक्त राज्य की अमेरिका की राष्ट्रपति भी बन सकती हैं। बाइडन ने ये भी कहा, अगर ऐसा हुआ तो ये भारत के लिए गर्व का पल होगा।
क्या चुनावी रेस से बाहर होंगे बाइडन?
चुनावी रेस से बाहर होने की खबरों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा, अगर मेरा स्वास्थ्य ठीक नहीं रहा और डॉक्टर मुझसे कहते हैं कि आपको स्वास्थ्य संबंधी कोई दिक्कत है तो मैं चुनावी रेस से हटने पर विचार करूंगा यहां तक कि राष्ट्रपति बाइडन ने लोगों से कहा कि उन्होंने अपने दूसरे कार्यकाल के पहले 100 दिनों की योजना बना ली है। जिसमें मतदान-अधिकार कानून काफी महत्वपूर्ण है, वो मतदान-अधिकार कानून पर हस्ताक्षर करेंगे।कमला हैरिस ने की थी राहुल गांधी से बात
अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने हाल ही में फोन पर लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से भी बात की थी। हालांकि, दोनों के बीच में क्या बातचीत हुई इसके बारे में विस्तृत जानकारी सामने नहीं आई है।यह भी पढ़ें: कमला हैरिस ने अचानक राहुल गांधी से की बात, अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से पहले क्यों अहम है ये चर्चा?