AI के खतरों से निपटने के लिए मिलकर काम करेंगे भारत और अमेरिका, US दौरे पर PM Modi ने कई बार किया था जिक्र
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की वैज्ञानिक सलाहकार आरती प्रभाकर ने कहा है कि अमेरिका और भारत सहित समान विचारधारा वाले देशों को एआई के पाठ्यक्रम को आकार देने के लिए मिलकर काम करने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि पीएम मोदी ने अपने यूएस दौरे के दौरान कई बार AI का जिक्र किया था। इसके अलावा उन्होंने AI का नया फुल फार्म भी बताया था।
कंपनियों के साथ कर रहे काम : आरती प्रभाकर
एक कार्यकारी आदेश पर विचार कर रहे बाइडन
- आरती ने बताया कि राष्ट्रपति बाइडन एक कार्यकारी आदेश पर विचार कर रहे हैं, जो हमें लगता है कि वास्तव में एआई के नुकसान से निपटने की हमारी क्षमता को बढ़ा सकता है और इसे अच्छे के लिए उपयोग करना भी शुरू कर सकता है।
- उन्होंने कहा कि कार्यकारी शाखा से हम यही कर सकते हैं। हम द्विदलीय कानून पर कांग्रेस के साथ भी काम करना जारी रखेंगे, क्योंकि वे कानून को आगे बढ़ाना शुरू कर देंगे।
पीएम मोदी ने AI पर बाइडन के साथ की चर्चा
आरती प्रभाकर ने कहा कि पिछले महीने जब राष्ट्रपति जो बाइडन ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की थी, तब एआई चर्चा के महत्वपूर्ण विषयों में से एक था। उन्होंने कहा,मुझे लगता है कि जब हमारे वैश्विक नेता राष्ट्रपति बाइडन से मिलते हैं तो यह बात उनके दिमाग में बहुत ज्यादा होती है। प्रधानमंत्री मोदी और कई अन्य लोगों के साथ यही हुआ। राजकीय डिनर से लेकर लंच और कांग्रेस को संबोधित करने तक पीएम मोदी ने बार-बार AI का जिक्र आया।
वास्तव में, जब प्रधानमंत्री ने कांग्रेस को संबोधित किया तो उन्होंने एक अद्भुत मजाक किया। उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि एआई का मतलब अमेरिका और भारत है, जो इसकी व्याख्या करने का एक और तरीका है, लेकिन मुझे लगता है कि सुरक्षित एआई कैसे प्राप्त करना है, इसके बारे में स्पष्ट होना होगा, ताकि हमारे सभी नागरिक इससे लाभान्वित हो सकें।
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AI कंपनियों के प्रतिनिधियों ने अमेरिकी सरकार से की मुलाकात
शुक्रवार को, जिन सात प्रमुख एआई कंपनियों के प्रतिनिधियों ने अमेरिकी सरकार से मुलाकात की, उसमें Google, Microsoft, Amazon, Meta और कुछ छोटी AI कंपनियां शामिल हैं। कई तकनीकी कंपनियां, एआई के कुछ सबसे बड़े नेता, सुरक्षा, संरक्षा और विश्वास पर कुछ प्रतिबद्धताओं के लिए हस्ताक्षर कर रहे हैं।'हम अच्छे और बुरे, दोनों पहलुओं पर कर रहे काम'
आरती ने कहा कि हम अच्छे और बुरे दोनों पक्षों को देख रहे हैं। हम दोनों पहलुओं पर सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं। उन्होंने एआई को इस समय की सबसे शक्तिशाली तकनीक बताते हुए कहा,हम जानते हैं कि दुनिया का हर हिस्सा अपने मूल्यों को व्यक्त करने वाला भविष्य बनाने के लिए एआई का उपयोग करने की कोशिश कर रहा है। मुझे लगता है कि हम इस देश और दुनिया भर में बहुत सी चीजों के बारे में असहमत हो सकते हैं, लेकिन एक बात जो मुझे लगता है कि हम सभी इस पर सहमत होंगे, वह यह है कि हम ऐसे भविष्य में नहीं रहना चाहते, जो प्रौद्योगिकी द्वारा संचालित हो, जिसे सत्तावादी शासन द्वारा आकार दिया गया हो।