अमेरिका में 53 साल से बंद कैनेडी का हत्यारा रिहा होगा, बेटों ने सरहान को पैरोल पर रिहा करने का समर्थन किया
राबर्ट के पुत्र ने अदालत में कहा कि वह यह देखकर अभिभूत हैं कि जिसके डर में वह कई वर्ष तक जीते रहे हैं आज उसके बारे में मानवीय दृष्टिकोण से विचार करने की जरूरत है। वह अब दया का पात्र है।
By Nitin AroraEdited By: Updated: Sat, 28 Aug 2021 02:43 PM (IST)
वाशिंगटन, आइएएनएस/रायटर। अमेरिका में 1968 में न्यूयार्क के सीनेटर राबर्ट एफ कैनेडी की हत्या में 53 साल से जेल में बंद अपराधी सरहान बिशारा सरहान को अब पैरोल पर रिहा करने की सिफारिश की गई है। सीएनएन की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि सीनेटर राबर्ट की हत्या में बंद 77 वर्षीय सरहान ने पैरोल पर रिहा करने का अनुरोध अदालत में किया था। इसके संबंध में अदालत ने सीनेटर राबर्ट के बेटों को अपना बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया था। उनके दोनों बेटों ने अदालत में पेश होकर सरहान को पैरोल पर रिहा करने का समर्थन किया है।
सरहान को कैलिफोर्निया में 1969 से कैद किया हुआ है। सरहान एक फलस्तीन अपराधी है। उसने दो साल की उम्र में ही अपने पिता को गोली मार अपराधी जीवन की शुरूआत की थी। राबर्ट के पुत्र ने अदालत में कहा कि वह यह देखकर अभिभूत हैं कि जिसके डर में वह कई वर्ष तक जीते रहे हैं, आज उसके बारे में मानवीय दृष्टिकोण से विचार करने की जरूरत है। वह अब दया का पात्र है।
77 वर्षीय सरहान को इससे पहले 15 बार सुनवाई के दौरान पैरोल नहीं मिल सकी थी। पैरोल सुनवाई पैनल के बोर्ड द्वारा नवीनतम निर्णय अब बोर्ड के कानूनी कर्मचारियों द्वारा 120 दिनों की समीक्षा के अधीन है। वहीं, कैलिफोर्निया के गवर्नर के हाथ में फैसला है। अगर उनके रिहाई में कुछ गलत नहीं लगता है कि जल्द उसके जेल से बाहर आने का रास्ता साफ होगा।
फ़िलिस्तीनी में जन्मे सिरहान को 42 वर्षीय कैनेडी को 5 जून, 1968 को लॉस एंजिल्स में एंबेसडर होटल के किचन पेंट्री में गोली मारने का दोषी ठहराया गया था। हत्या न्यूयॉर्क के अमेरिकी सीनेटर और पूर्व अमेरिकी अटॉर्नी जनरल द्वारा अपनी जीत के बाद हुई। कैलिफ़ोर्निया डेमोक्रेटिक प्राइमरी जीतने के बाद अटॉर्नी जनरल ने अपना विजय भाषण दिया। अगले दिन कैनेडी की मृत्यु हो गई।
वहीं, सिरहान ने कहा है कि उन्हें हत्या से जुड़ी बातें याद नहीं। हालांकि उन्होंने यह भी कहा है कि उन्होंने कैनेडी पर गोली चलाई क्योंकि वह इजरायल के समर्थन से नाराज थे।