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Krystle Kaul: कश्मीरी मूल की महिला Biden की पार्टी से लड़ेंगी चुनाव, जीती तो रच देंगी इतिहास

क्रिस्टल कौल (Krystle Kaul) के पिता कश्मीरी पंडित हैं। क्रिस्टल का जन्म न्यूयॉर्क में हुआ था। उनके पिता 26 साल की उम्र में अमेरिका में जाकर बस गए। वह जब सात साल की थीं तो अमेरिका चलीं गईं। क्रिस्टल कौल ने वॉशिंगटन डीसी से उच्च शिक्षा हासिल की। उन्होंने अमेरिकन यूनिवर्सिटी से बीए ब्राउन यूनिवर्सिटी और जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी से एमए की पढ़ाई की।

By Jagran News Edited By: Piyush Kumar Updated: Fri, 09 Feb 2024 12:24 AM (IST)
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Krystle Kaul भारतीय मूल की महिला क्रिस्टल कौल संसद का चुनाव लड़ने जा रहीं हैं। (फोटो सोर्स: क्रिस्टल कौल इंस्टाग्राम)

डिजिटल डेस्क, वॉशिंगटन। Krystle Kaul। इस साल 5 नवंबर को अमेरिकी चुनाव होने वाले हैं। अमेरिकी चुनाव पर भारत की भी पैनी नजर रहती है, क्योंकि अमेरिकी में बड़ी मात्रा भारतीय समुदाय के लोग रहते हैं। वहीं, भारतीय मूल के कई व्यक्ति वहां की राजनीति में काफी सक्रिय हैं। इसी बीच डेमोक्रेटिक पार्टी (Democratic Party) से जुड़ी भारतीय मूल की महिला क्रिस्टल कौल संसद का चुनाव लड़ने जा रहीं हैं।

पिछले साल दिसंबर महीने में उन्होंने चुनावी मैदान में उतरने का फैसला किया था। चुनाव आयोग ने भी उन्हें इलेक्शन लड़ने के लिए हरी झंडी दिखाई दी है।

(फोटो सोर्स: क्रिस्टल कौल इंस्टाग्राम)

कौन हैं क्रिस्टल कौल?

क्रिस्टल के पिता कश्मीरी पंडित हैं। क्रिस्टल का जन्म न्यूयॉर्क में हुआ था। उनके पिता 26 साल की उम्र में अमेरिका में जाकर बस गए। उनकी मां दिल्ली की रहने वालीं हैं। वह जब सात साल की थीं तो अमेरिका चलीं गईं। क्रिस्टल कौल ने वॉशिंगटन डीसी से उच्च शिक्षा हासिल की।

उन्होंने अमेरिकन यूनिवर्सिटी से बीए, ब्राउन यूनिवर्सिटी और जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी से एमए की पढ़ाई की। इसके बाद ब्राउन यूनिवर्सिटी से राजनीति विज्ञान में पीएचडी की। वो करीब आठ भाषाओं की जानकार हैं।

(फोटो सोर्स: क्रिस्टल कौल इंस्टाग्राम)

कहां से लड़ेंगी चुनाव?

जानकारी के अनुसार, क्रिस्टल कौल वर्जिनिया से चुनाव लड़ेंगी। वर्जीनिया में 18 जून को चुनाव होना है।  पूरी उम्मीद जताई जा रही है कि वो डेमोक्रेटिक पार्टी से चुनाव लड़ने वाली हैं। वर्जीनिया में 16 प्रतिशत एशियाई मूल के लोग रहते हैं। वहीं, 10 प्रतिशत भारतीय-अमेरिकी रहते हैं।

गौरतलब है कि अगर वो चुनाव जीत गईं तो अमेरिका के निचले सदन में बतौर सांसद कदम रखने वाली वो पहली कश्मीर महिला होंगी। क्रिस्टल ने कहा है कि चुनाव में जीत हासिल करने के बाद वो शिक्षा, स्वास्थ्य और पब्लिक सेफ्टी जैसे मुद्दों पर काम करेंगी। 

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