कड़ी सुरक्षा के बीच शपथ लेंगे बाइडन, लेडी गागा और जेनिफर लोपेज देंगी प्रस्तुतियां, जानें महाभियोग पर अब आगे क्या
अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन (Joe Biden) कड़ी सुरक्षा के बीच शपथ ग्रहण करेंगे। इस समारोह में लेडी गागा (Lady Gaga) और जेनिफर लोपेज (Jennifer Lopez) अपनी प्रस्तुतियां देंगी। जानें क्या है शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां...
By Krishna Bihari SinghEdited By: Updated: Fri, 15 Jan 2021 07:02 AM (IST)
वाशिंगटन, एजेंसियां। अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन (Joe Biden) के शपथ ग्रहण समारोह में लेडी गागा (Lady Gaga) और जेनिफर लोपेज (Jennifer Lopez) अपनी प्रस्तुतियां देंगी। समाचार एजेंसी एपी की रिपोर्ट के मुताबिक, राजधानी वाशिंगटन के वेस्ट फ्रंट में यह 20 जनवरी को यह समारोह आयोजित होगा। लेडी गागा (Lady Gaga) राष्ट्रगान गाएंगी जबकि लोपेज (Jennifer Lopez) संगीत प्रस्तुति देंगी। बाइडन सुरक्षा के तगड़े इंतजामों के बीच अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ लेंगे।
नेशनल गार्ड के हजारों जवान रहेंगे तैनात समाचार एजेंसी रॉयटर के मुताबिक, बाइडन (Joe Biden) के शपथ ग्रहण समारोह में सुरक्षा की कई स्तरीय व्यवस्था होगी। ट्रंप समर्थकों की ओर से कोई बवाल या उपद्रव की घटना नहीं हो इसके लिए सुरक्षा चाकचौबंद रखी गई है। कैपिटल बिल्डिंग के आसपास फेंसिंग, बाड़ से लेकर तमाम इंतजाम किए गए हैं। इस दौरान नेशनल गार्ड के हजारों जवान तैनात रहेंगे। जस्टिन टिंबरलेक, जॉन बोन जिवो, डेमी लोवेटो और एंट क्लेमोंस के प्रस्तुति देने की भी बातें सामने आ रही हैं।
महाभियोग का सामना करने वाले पहले राष्ट्रपति इस बीच अमेरिकी संसद पर हमले को लेकर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ बुधवार को महाभियोग प्रस्ताव पारित कर दिया गया। वह दूसरी बार महाभियोग का सामना करने वाले अमेरिका के पहले राष्ट्रपति बन गए हैं। बुरे दौर से गुजर रहे ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी के कुछ सांसदों ने भी उनका साथ छोड़ दिया है। डेमोक्रेटिक पार्टी के बहुमत वाले संसद के निचले सदन प्रतिनिधि सभा में पारित हुए इस प्रस्ताव के पक्ष में दस रिपब्लिकन सांसदों ने भी मतदान किया।
भीड़ को उकसाने का आरोप प्रस्ताव में ट्रंप पर यह आरोप लगाया गया है कि उन्होंने संसद पर हमले के लिए भीड़ को उकसाया था। गत छह जनवरी को कैपिटल यानी संसद परिसर पर उनके समर्थकों ने हमला किया था। प्रस्ताव में ट्रंप को राष्ट्रपति पद से हटाने के साथ ही यह मांग की गई है कि फिर कभी किसी संवैधानिक पद संभालने के लिए उनको अयोग्य करार दिया जाए।
प्रस्ताव को 232 मतों से स्वीकृतिमहाभियोग प्रस्ताव में ट्रंप पर सिर्फ एक आरोप लगाया गया। प्रतिनिधि सभा में बहस के बाद इस आरोप को 197 के मुकाबले 232 मतों से स्वीकृति दी गई। इसमें यह आरोप तय किया गया कि ट्रंप ने गत तीन नवंबर को हुए राष्ट्रपति चुनाव नतीजे को पलटने के प्रयास में हिंसा के लिए भीड़ को भड़काया था। भीड़ ने उस समय हमला किया था, जब संसद में बाइडन की जीत पर मुहर लगाई जा रही थी। हार नहीं मानने वाले ट्रंप लगातार यह आरोप लगाते रहे कि धांधली से उन्हें हराया गया।
पेंस से की गई थी हटाने की अपील डेमोक्रेट सांसदों ने सोमवार को महाभियोग प्रस्ताव पेश किया था। इसकी प्रक्रिया आगे बढ़ाने से पहले प्रतिनिधि सभा में मंगलवार को एक प्रस्ताव पारित कर उप राष्ट्रपति माइक पेंस और कैबिनेट से अपील की गई थी कि वे 25वें संविधान संशोधन के जरिये ट्रंप को फौरन पद से हटा दें।पेंस के इनकार के बाद बहस
पेंस के इन्कार के बाद महाभियोग प्रस्ताव पर बहस शुरू की गई। बहस के दौरान शीर्ष रिपब्लिकन केविन मैकार्थी ने कहा, 'राष्ट्रपति को संसद पर भीड़ के हमले की जिम्मेदारी लेनी चाहिए।' जबकि सदन की स्पीकर और डेमोक्रेट नेता नैंसी पेलोसी ने कहा, 'उनको हटना ही होगा। वह स्पष्ट तौर पर हमारे देश के लिए खतरा हैं, जिससे हम सभी प्यार करते हैं।'अब आगे क्या होगा
1- प्रतिनिधि सभा से पारित प्रस्ताव को संसद के ऊपरी सदन सीनेट में भेजा जाएगा2- इसके बाद 100 सदस्यीय सीनेट में बहुमत के नेता महाभियोग की प्रक्रिया शुरू करेंगे3- लेकिन सीनेट का सत्र 19 जनवरी तक निर्धारित नहीं है4- इसलिए ट्रंप के कार्यकाल में सीनेट में महाभियोग चलने की उम्मीद कम5- अगर यहां महाभियोग चलता है तो दो तिहाई बहुमत से पास कराना होगा
इन रिपब्लिकन ने दिया वोटमहाभियोग प्रस्ताव के पक्ष में दस रिपब्लिकन सांसदों ने भी मतदान किया। इनमें जॉन काटको, एडम किंजिंगर, फ्रेड अप्टॉन, जेमी ब्यूटलर, केविन मैकार्थी, डेन न्यूहाउस, पीटर मीजेर, एंटोनी गोंजालेज, डेविड वेलेडो और टॉम राइस हैं। इससे जाहिर होता है कि रिपब्लिकन पार्टी में भी ट्रंप का विरोध बढ़ गया है। हालांकि सीनेट में किसी रिपब्लिकन के ट्रंप के खिलाफ मत देने को लेकर स्थिति साफ नहीं है।
2019 में चला था पहला महाभियोगप्रतिनिधि सभा में ट्रंप के खिलाफ पद के दुरुपयोग के आरोप में दिसंबर, 2019 में भी महाभियोग लाया गया था। लेकिन बाद में यह महाभियोग रिपब्लिकन के बहुमत वाले सीनेट में गिर गया था। महज एक साल में ट्रंप पर दूसरी बार महाभियोग उस समय चलाया गया, जब उनके कार्यकाल में सिर्फ छह दिन बचे हैं।बाइडन को उम्मीद, सीनेट में चलेगा महाभियोग
समाचार एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक, अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन ने उम्मीद जताई है कि सीनेट में महाभियोग की प्रक्रिया शुरू होगी। इस सदन के सदस्य अपने विधायी कर्तव्यों के निर्वहन के साथ ही ट्रंप पर महाभियोग चलाने में अपनी जिम्मेदारियों को भी पूरा करेंगे। ट्रंप के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पारित किया गया है। अब इसे सीनेट भेजा जाएगा। इस सदन में अभी रिपब्लिकन बहुमत में हैं। पूरी खबर पढ़ें- इतनी आसान नहीं है ट्रंप के खिलाफ महाभियोग के पारित होने की राह