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Hawaii Wildfire: माउई जंगल की आग में मरने वालों की संख्या हुई 80, अलर्ट सिस्टम पर भी उठ रहे सवाल

अमेरिका के हवाई के जंगलों में लगी आग पर अभी भी पूरी तरह से काबू नहीं हो पाया है। इस आग में मरने वालों की संख्या बढ़ कर 80 हो चुकी है। गवर्नर के अनुसार ये संख्या अभी और अधिक बढ़ भी सकती है। वहीं जो बाइडन ने लोगों की हरसंभव सहायता करने के निर्देश दिए हैं। आग को काबू करने का काम जारी है।

By Versha SinghEdited By: Versha SinghUpdated: Sat, 12 Aug 2023 04:02 PM (IST)
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माउई जंगल की आग में मरने वालों की संख्या हुई 80

हवाई, एजेंसी। अमेरिका के हवाई में स्थित माउई के जंगलों में लगी आग में अब तक 80 लोगों की मौत हो चुकी है। जंगलों में फैली आग बेहद भयानक है। मौजूदा स्थिति को देखते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी चिंता जाहिर की है।

वहीं, अधिकारियों का कहना है कि मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है। दमकलकर्मी लगातार आग पर काबू पाने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन अभी तक आग पर काबू नहीं किया जा सका है।

द गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, जंगल में लगी भीषण आग से लाहैना शहर पूरी तरह बर्बाद हो चुका है। जंगल में लगी आग के कारण शहर की 1000 से ज्यादा इमारतें जल चुकी हैं।

अधिकारियों का कहना है कि इस विनाशकारी आग के बाद इस शहर के पुनर्निर्माण में कई साल लग जाएंगे। साथ ही शहर फिर से पहले की तरह करने में अरबों डॉलर लग जाएंगे।

कैसे लगी आग?

बता दें कि जंगलों में ये आग दक्षिण की ओर से गुजर रहे डोरा तूफान के कारण लगी थी और उसके बाद आग लगाता तेज होती गई। इस आग के कारण कई कारें जल कर खाक हो गई और कई ऐतिहासिक इमारतें मलबे के ढ़ेर में तब्दील हो गईं। रात भर आग की लपटें उठती रहीं जिससे जान बचाने के लिये बच्चों और व्यस्कों को समुद्र में जाना पड़ा।

अलर्ट सिस्टम नहीं आया काम

हवाई के गवर्नर ने जानकारी देते हुए कहा कि जो मौतें हुई हैं, वह खुली जगह में हुई हैं ना कि इमारतों के अंदर। उन्होंने कहा कि मरने वालों की संख्या अभी और अधिक बढ़ सकती है। हवाई प्रशासन ने आग लगने की घटना की जांच और सर्वेक्षण का आदेश दिया है। इस बात की जांच भी की जाएगी कि चेतावनी सायरन क्यों नहीं बजे? इसकी वजह से रहवासी अलर्ट नहीं हो सके। बता दें कि हवाई में बीते हफ्ते की शुरुआत में आग लगी थी, जो बेकाबू हो गई।

धुएं के कारण हो रही सांस की समस्या 

शहर में लगी भीषण आग के कारण लोगों को भी भारी नुकसान हुआ है। वहीं, अधिकारियों का कहना है कि शहर में लगी भीषण आग की चपेट में कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। वहीं, शहर में लगी आग के कारण 3 लोग गंभीर रूप से झुलस गए थे जिन्हें ओहू द्वीप पर स्ट्राब मेडिकल सेंटर की बर्न यूनिट में भर्ती करा जाया गया था।

उन्होंने बताया कि कम से कम 20 मरीजों को माउई मेमोरियल मेडिकल सेंटर ले जाया गया और एक अग्निशमन कर्मी को धुएं की वजह से सांस की समस्या होने के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया। माउई काउंटी के महापौर रिचर्ड बिसेन जूनियर ने बुधवार सुबह प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि उनके पास इस बात की जानकारी नहीं है कि द्वीप पर 6 अन्य लोगों की मौतें कैसे और कहां हुईं। 

1960 की सुनामी पड़ी हल्की

जंगलों में लगी ये आग राज्य के इतिहास में सबसे घातक प्राकृतिक आपदाओं में से एक बन चुकी है। 1960 में हवाई के संयुक्त राज्य अमेरिका में शामिल होने के एक साल बाद आई सुनामी आई थी जिसमें 61 लोगों की मौत हुई थी, लेकिन शहर में लगी इस आग के कारण अब तक कई लोगों की मौत हो चुकी है। इस आग ने सूनामी को भी पीछे छोड़ दिया है।  

मरने वालों की संख्या बढ़कर हुई 80

माउई काउंटी ने देर शाम एक बयान में कहा कि मरने वालों की संख्या बढ़कर 80 हो गई है। लाहिना की आग जो झाड़ियों से शहर तक फैल गई थी, अभी भी जल रही है लेकिन 85% पर काबू पा लिया गया है। द्वीप पर दो अन्य जंगल की आग पर 80% और 50% काबू पा लिया गया है।

लोगों की होगी हरसंभवन मदद- बाइडन

विनाशकारी आग लगने के बाद से ही सरकार की ओर से लोगों को बचाने और उन्हें दूसरी जगहों पर भेजने के प्रयास किए जा रहे हैं। अधिकारी हजारों विस्थापित पर्यटकों और स्थानीय लोगों के लिए होनोलूलू में हवाई कन्वेंशन सेंटर तैयार कर रहे हैं।

वहीं, राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि उन्होंने हरसंभव मदद करने का आदेश दिया है। उन्होंने बताया कि हवाई नेशनल गार्ड ने आग बुझाने और खोज एवं बचाव कार्यों के लिए चिनूक हेलीकॉप्टरों को तैनात किया हुआ है।

बाइडन ने एक बयान में कहा कि हमारी प्रार्थनाएं उन लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने घरों, व्यवसायों और समुदायों को नष्ट होते हुए देखा है।

पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने सोशल मीडिया पर कहा कि हवाई से आ रही भयावह तस्वीरों को देखना कठिन है।