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दक्षिण कोरिया के दौरे पर नैंसी पेलोसी और राष्‍ट्रपति Yoon मना रहे छुट्टियां! आज जाएंगी Demilitarised Zone, जानें- आखिर क्‍यों है ये इतना खास

नैंसी का दक्षिण कोरिया बेहद खास हो गया है। खास इसलिए क्‍योंकि उनकी मुलाकात यहां के राष्‍ट्रपति यून से नहीं हो सकी है। इसकी वजह उनका छुट्टी मनाना है। इसके अलावा वो यहां के Panmunjom स्थित Demilitarised Zone भी जाएंगी जिसका अपना एक खास महत्व है।

By Kamal VermaEdited By: Updated: Thu, 04 Aug 2022 02:07 PM (IST)
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उत्‍तर-दक्षिण कोरिया के डिमिलिट्राइज्‍ड जोन पर कभी गए थे डोनाल्‍ड ट्रंप
सिओल (एजेंसी)। अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की स्‍पीकर नैंसी पेलोसी अपने एशिया दौरे के अहम पड़ाव में हैं। इस चरण में वो दक्षिण कोरिया पहुंच चुकी हैं। उनका यहां का ये दौरा दो बातों के लिए यादगार बन जाएगा। पहला तो ये कि जिस वक्‍त वो यहां पर मौजूद है उस वक्‍त दक्षिण कोरिया राष्‍ट्रपति Yoon Suk yeol कहीं दूसरी जगह छुट्टी मना रहे हैं। लिहाजा इन दोनों नेताओं के बीच आमने-सामने की बातचीत नहीं हो सकी है। इस कमी को पूरा करने के लिए नैंसी गुरुवार को यून के साथ फोन पर बात कर पूरा करेंगी। 

यून ने मई में संभाला था पद:

बता दें कि विश्‍व में ऐसा कम ही देखने को मिलता है जब किसी खास व्‍यक्ति के आगमन पर वहां का राष्‍ट्रपति ही नदारद होता है। यून ने मई में राष्‍ट्रपति का पद संभाला था। दक्षिण कोरिया और अमेरिका के आपसी संबंध हर तरह से बेहद खास रहे हैं। रणनीतिक दृष्टि से भी इन दोनों के बीच जबरदस्‍त साझेदारी है। कई बार दोनों देश सैन्‍य अभ्‍यास कर चुके हैं। उत्‍तर कोरिया से दक्षिण कोरिया की हिफजात के लिए अमेरिका ने यहां पर थाड़ एयर डिफेंस सिस्‍टम लगाया है जो काफी विश्‍वसनीय है। नैंसी ने यहां पर सदन के स्‍पीकर से मुलाकात की है।

इसलिए भी खास है नैंसी का ये दौरा:

नैंसी के इस दौरे की दूसरी खास वजह ये है कि गुरुवार को वो उस जगह पर जाएंगी जो उत्‍तर और कोरिया के बीच Demilitarised Zone है। बता दें कि नैंसी दक्षिण कोरिया बुधवार को पहुंची थीं। यहां के बाद वो जापान जाएंगी जहां पर उनका ये एशिया का दौरा खत्‍म हो जाएगा। उनका इस जगह पर जाना इसलिए बेहद खास है क्‍योंकि यहां पर उनसे पहले वर्ष 2019 में तत्‍कालीन राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप गए थे। हालांकि तब में और आज में हालात काफी बदले हुए हैं। उस वक्‍त डोनाल्‍ड ट्रंप न सिर्फ वहां पर गए थे बल्कि तब उत्‍तर कोरिया के प्रमुख किम जोंग उन ने भी उनसे वहां पर मुलाकात की थी। ये हाई प्रोफाइल बैठक करीब 2-3 घंटे चली थी। इतना ही नहीं उस वक्‍त ट्रंप किम के साथ उनकी सीमा में जाने वाले अमेरिका के ऐसे राष्‍ट्रपति बने थे जो पद पर रहते हुए वहां पर गया हो।

उत्‍तर कोरिया के व्‍यवहार में गर्मी:

मौजूदा समय में उत्‍तर कोरिया का व्‍यवहार काफी बदला हुआ है। इसकी सबसे बड़ी वजह ये है कि वो चीन का सबसे करीबी मित्र है। नैंसी पेलोसी के ताइवान जाने पर उत्‍तर कोरिया की तरफ से इसको गलत बताते हुए इसका विरोध किया गया था। उत्‍तर कोरिया ने कहा था कि ताइवान चीन का अंदरुणी मामला है, लिहाजा नैंसी को वहां पर नहीं जाना चाहिए। किम ने इसकी कड़े स्‍वरों में निंदा करते हुए कहा था कि इससे तनाव बढ़ेगा। नैंसी के Demilitarised Zone का दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब उत्‍तर-दक्षिण कोरिया में जबरदस्‍त तनाव है। इसी वर्ष उत्‍तर कोरिया ने एक दर्जन से अधिक मिसाइल टेस्‍ट किए हैं। वहीं आशंका ये भी है कि वो कुछ ही समय में परमाणु टेस्‍ट भी कर सकता है। उत्‍तर कोरिया के न्‍यूक्लियर प्रोग्राम की ही वजह से उसके ऊपर कई तरह के आर्थिक प्रतिबंध लगाए जा चुके हैं।

ट्रंप और किम की मुलाकात की गवाह है ये जगह:

आपको बता दें कि दोनों देशों के बीच Demilitarised Zone Panmunjom गांव में है। यहां पर दोनों तरफ के जवान आमने सामने रहते हैं। 2019 में डोनाल्‍ड ट्रंप और किम के बीच यहां पर हुई मुलाकात से पहले भी इन दोनों नेताओं के बीच करीब तीन बार अलग-अलग मंच पर बातचीत हुई थी। इतना ही नहीं वर्ष 2017 में किए मिसाइल परिक्षणों के बाद उत्‍तर कोरिया ने कुछ समय के लिए इस पर विराम लगा दिया था। इसके बाद वर्ष 2018 में उत्‍तर और दक्षिण कोरिया के चीन हुए सम्‍मेलन में हिस्‍सा लेने खुद तत्‍कालीन राष्‍ट्रपति मून जे प्‍योंयांग गए थे। आपको यहां पर ये भी बता दें कि अब तक दोनों देशों के बीच पांच बार इंटरकोरियन समिट हो चुका है। पहली बार ये वर्ष 2000 में हुआ था। इसके बाद 2007 और फिर 2018 में ये तीन बार अप्रैल, मई और सितंबर में हुआ था। पांच में से तीन बार ये समिट प्‍योंगयांग में और दो बार इसी Demilitarised Zone पर हुआ था।

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