हमलावर के निशाने पर थीं अमेरिकी संसद अध्यक्ष, घर में दाखिल हो पूछा- कहां है नैन्सी; आरोपी गिरफ्तार पूछताछ जारी
अमेरिकी संसद के प्रतिनिधि सभा सदन की अध्यक्ष नैन्सी पेलोसी के आवास में एक व्यक्ति ने घुसकर उनके पति पाल पेलोसी (82) पर हथौड़े से हमला कर उन्हें घायल कर दिया। मामले में सामने आया है कि हमलावर का निशाना पाल पेलोसी नहीं बल्कि नैन्सी थीं।
By AgencyEdited By: Amit SinghUpdated: Sat, 29 Oct 2022 04:13 AM (IST)
वाशिंगटन, एपी: अमेरिकी संसद के प्रतिनिधि सभा सदन की अध्यक्ष नैन्सी पेलोसी के आवास में एक व्यक्ति ने घुसकर उनके पति पाल पेलोसी (82) पर हथौड़े से हमला कर उन्हें घायल कर दिया। मामले में सामने आया है कि हमलावर का निशाना पाल पेलोसी नहीं, बल्कि नैन्सी थीं। हमलावर ने घर में दाखिल होने के बाद पाल पर हमले से पहले तेज आवाज में पूछा- नैन्सी कहां है? हमले में पाल के सिर और कुछ अन्य अंगों में चोट आई हैं।
ताइवान यात्रा को लेकर चर्चा में थी पेलोसी
पाल को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनके मस्तिष्क का आपरेशन किया गया। पाल को अमेरिका में बड़ा निवेशक माना जाता है। घटना पेलोसी के सैन फ्रांसिस्को स्थित आवास में शुक्रवार को हुई। घटना के समय पेलोसी आवास में नहीं थीं। अमेरिकी शासन व्यवस्था में राष्ट्रपति जो बाइडन के ठीक बाद स्पीकर पेलोसी का स्थान है। पेलोसी कुछ हफ्ते पहले ताइवान की यात्रा को लेकर खासी चर्चा में रही थीं।
हमलावर गिरफ्तार, पूछताछ जारी
नैन्सी पेलोसी के आवास में दाखिल हो कर हमला करने वाले 42 वर्षीय डेविड डेपापे को गिरफ्तार कर लिया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है। हमले के उद्देश्य का फिलहाल पता नहीं चल सका है। शुरुआती पूछताछ में डेपापे ने बताया कि वह नैन्सी का इंतजार कर रहा था। पता चला है कि तीन मंजिल के लाल ईंटों से बने आवास में हमलावर पिछले दरवाजे से घुसा था। हमलावर ने आवास में घुसकर पाल पर हमले से पहले तेज आवाज में पूछा- नैन्सी कहां है ? हमले के बाद आवास के आसपास की सड़कों पर आवागमन को रोक दिया गया था।पेलोसी ने चिकित्सकों का जताया आभार
पेलोसी के प्रवक्ता ड्रू हैमिल के अनुसार स्पीकर और उनके परिवार ने घटना के बाद तत्काल वहां पहुंचे सुरक्षाकर्मियों और चिकित्सकों के प्रति आभार जताया है। घटना से कुछ देर पहले ही पेलोसी सुरक्षा पर यूरोप में हुए एक सम्मेलन में भाग लेकर वाशिंगटन लौटी थीं। घटना के बाद अमेरिकी सांसदों और उनके परिवार की सुरक्षा को लेकर चर्चा तेज हो गई है। करीब दो साल पहले जिस तरह से संसद भवन कैपिटल में घुसकर हिंसा की गई थी उसके बाद से अमेरिका में सांसदों की सुरक्षा पर खतरा बरकरार है।