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NASA के वैज्ञानिकों ने खोजा धरती के आकार का ग्रह, सतह पर पानी होने की संभावना

NASA New Planet नासा के वैज्ञानिकों को बड़ी कामयाबी मिली है। वैज्ञानिकों ने पृथ्वी जैसे एक ग्रह की खोज की है। इस ग्रह का नाम TOI 700e है। ये एक चट्टानी ग्रह है। इस ग्रह की सतह पर तरल अवस्था में पानी मिलने की संभावना है।

By Jagran NewsEdited By: Devshanker ChovdharyUpdated: Thu, 12 Jan 2023 12:32 PM (IST)
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NASA discovered earth like new rocky planet
वॉशिंगटन, एजेंसी। NASA New Planet TOI 700e: नासा ने लगभग 100 प्रकाश-वर्ष दूर एक छोटे तारे के चारों ओर घूमते हुए एक ग्रह को खोजा है। ये ग्रह पृथ्वी के आकार का है। इस ग्रह का नाम TOI 700e है। ये एक चट्टानी ग्रह है, जिसका आकार पृथ्वी का 95 प्रतिशत है। इस ग्रह की सतह पर तरल अवस्था में पानी पाए जाने की संभावना है। इसके लिए वैज्ञानिकों ने नासा के ट्रांसिटिंग एक्सोप्लानेट सर्वे सेटेलाइट का इस्तेलाल किया। ये चौथा ग्रह है जिसे एक बौने तारे TOI 700 की परिक्रमा करते हुए खोजा गया है।

तीन ग्रहों की हो चुकी है खोज

इससे पहले वैज्ञानिक इस सिस्टम में तीन ग्रहों की खोज कर चुके हैं। उन्हें TOI 700b, c और d नाम दिया गया था। इनमें से ग्रह d हैबिटेबल जोन में परीक्रमा करता है। 2020 में नासा ने एक ग्रह खोजा था, जिसे TOI 700d नाम दिया गया था। वो भी पृथ्वी के ही आकार का है। इस कार्य का नेतृत्व करने वाली और नासा के जेट प्रपल्शन लैब में पोस्टडॉक्टरल फैलो एमिली गिलबर्ट कहती हैं ये उन कुछ ज्ञात सिस्टम्स में से एक है जिनमें रहने योग्य ग्रह मौजूद हैं। ये ग्रह प्लेनेट d से 10 प्रतिशत मिलता-जुलता है।

'रहने योग्य ग्रहों के सिस्टम में से एक है'

एमिली गिलबर्ट ने कहा, ''ये कई, छोटे और रहने योग्य ग्रहों के सिस्टम में से एक है, जिसे हम जानते हैं। इस खोज के बाद अब TOI 700 सिस्टम का अतिरिक्त फॉलोअप होगा। प्लैनेट e, प्लैनेट d से लगभग 10 फीसदी छोटा है।''

शोधपत्र हो चुका है स्वीकार

गिलबर्ट ने सिएटल में हुई अमेरिकन एस्ट्रोनॉमिकल एसोसिएशन की 241वीं बैठक में अपनी टीम की ओर से परिणामों को प्रदर्शित किया। खोजे गए नए ग्रह से संबंधित शोधपत्र को एस्ट्रोफिजिकल जर्नल लेटर्स द्वारा स्वीकार किया जा चुका है।

धुरी पर नहीं घूम रहे ये ग्रह

TOI 700 के सबसे करीब TOI 700b ग्रह है, जो पृथ्वी के आकार का 90 फीसदी है। ये पृथ्वी के 10 दिनों में ही अपने तारे का एक चक्कर पूरा कर लेता है। इसके बाद TOI 700c है जो हमारे ग्रह से 2.5 गुना ज्यादा बड़ा है। ये 16 दिनों में तारे की परिक्रमा पूरी करता है। लेकिन ये दोनों ग्रह अपने धुरी पर नहीं घूम रहे हैं, इसलिए सूर्य की तरफ इनका एक ही चेहरा होता है। ठीक चांद की तरह।

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