Heat Wave: जुलाई ने तोड़ा 143 वर्षों का रिकॉर्ड, 1880 के बाद से अब तक का सबसे गर्म महीना; नासा ने दी चेतावनी
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने बताया कि 1880 के बाद से जुलाई अब तक का सबसे गर्म महीना रहा। बता दें कि इस साल अमेरिका और यूरोप के कई शहर लू और जंगल की आग की चपेट में रहे। अमेरिका में भी इस साल गर्मी ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। जुलाई 2023 वैश्विक तापमान रिकॉर्ड में किसी भी अन्य महीने की तुलना में अधिक गर्म पाया गया।
By AgencyEdited By: Devshanker ChovdharyUpdated: Tue, 15 Aug 2023 07:56 PM (IST)
वाशिंगटन, एजेंसी। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) ने बताया कि 1880 के बाद से जुलाई अब तक का सबसे गर्म महीना रहा। बता दें कि इस साल अमेरिका और यूरोप के कई शहर लू और जंगल की आग की चपेट में रहे। अमेरिका में भी इस साल गर्मी ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए।
जुलाई सबसे गर्म महीना रहा
न्यूयॉर्क में नासा के गोडार्ड इंस्टीट्यूट फॉर स्पेस स्टडीज (जीआईएसएस) के वैज्ञानिकों के अनुसार, जुलाई 2023 वैश्विक तापमान रिकॉर्ड में किसी भी अन्य महीने की तुलना में अधिक गर्म पाया गया।
जानकारी के अनुसार, जुलाई 2023 नासा के रिकॉर्ड में किसी भी अन्य महीने की तुलना में 0.24 डिग्री सेल्सियस अधिक गर्म दर्ज किया गया। यह तापमान 1951 और 1980 के बीच औसत जुलाई की तुलना में 1.18 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा।
समुद्र की सतह का तापमान बना एक कारण
बता दें कि तापमान में वृद्धि का एक कारण समुद्र की सतह का तापमान भी रहा। नासा ने अपने विश्लेषण में कहा है कि पूर्वी उष्णकटिबंधीय प्रशांत क्षेत्र में गर्म समुद्र तल का तापमान मई 2023 में बढ़ना शुरू हुआ था, जो अल नीनो का असर है।
नासा एडमिनिस्ट्रेटर बिल नेल्सन ने कहा कि आकंड़ों से पता चलता है कि दुनिया भर के अरबों लोगों ने वास्तव में क्या महसूस किया है। जुलाई 2023 में तापमान ने सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए इसे सबसे गर्म महीना बना दिया। अमेरिकी जलवायु संकट के प्रभावों का साफ तौर पर अनुभव कर रहे हैं।
कहां-कहां दिखा अधिक असर?
रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिण अमेरिका, उत्तरी अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका और अंटार्कटिक प्रायद्वीप के हिस्से विशेष रूप से गर्म थे, जहां तापमान औसत से लगभग 4 डिग्री सेल्सियस अधिक बढ़ गया। कुल मिलाकर इस अत्यधिक गर्मी ने लाखों लोगों को प्रभावित किया, जो सैकड़ों लोगों में बीमारियों और मौत का कारण बना।नासा के वैज्ञानिक कैथरीन कैल्विन ने कहा कि जलवायु परिवर्तन दुनिया भर के लोगों और पारिस्थितिक तंत्रों पर अपना असर छोड़ रहा है। गोडार्ड इंस्टीट्यूट फॉर स्पेस स्टडीज (जीआईएसएस) के निदेशक गेविन श्मिट ने कहा कि 1880 के बाद जुलाई 2023 सबसे गर्म महीना दर्ज किया गया।