Death Valley: दुनिया की सबसे गर्म जगह पर बनी अस्थायी झील, NASA ने शेयर की अनोखी सैटेलाइट तस्वीर
नासा ने अमेरिका के डेथ वैली में बनी एक अस्थायी झील की तस्वीर शेयर की। डेथ वैली दुनिया की सबसे गर्म जगहों में से एक है जहां पर पिछले साल बनी अस्थायी झील अभी भी मौजूद है और यह कौतूहल का विषय बना हुआ है। नासा ने तीन तस्वीरों वाला एक कोलाज शेयर किया जिसमें जुलाई अगस्त और फरवरी में अस्थायी झील को देखा जा सकता है।
डिजिटल डेस्क, न्यूयॉर्क। नासा ने अमेरिका के डेथ वैली में बनी एक अस्थायी झील की तस्वीर शेयर की, जो चर्चा का विषय बनी हुई है। दरअसल, डेथ वैली दुनिया की सबसे गर्म जगहों में से एक है और वहां पर अस्थायी झील का होना अपने आप में बेहद रोचक है।
डेथ वैली की यह अस्थायी झील अगस्त 2023 में हिलैरी नामक तूफान के बाद बनी और समय के साथ धीरे-धीरे सिकुड़ती रही, लेकिन पतझड़ और सर्दियों के बावजूद यह सूखी नहीं और फरवरी 2024 में हुई बारिश की वजह से यह फिर से भर गई।
NASA ने शेयर की तस्वीर
नासा ने डेथ वैली की एक अस्थायी झील की तीन तस्वीरों के एक कोलाज को 'एक्स' पर शेयर किया। यह तस्वीरें 5 जुलाई, 2023, 30 अगस्त, 2023 और 14 फरवरी, 2024 की हैं, जिसमें पानी के स्तर को देखा जा सकता है।
This temporary lake in Death Valley is extending its stay.
Rain from a potent atmospheric river filled up the Badwater Basin this month. These enhanced-color #Landsat images show a shallow lake several kilometers across, with water emphasized in blue. https://t.co/YXeTZT6oGG pic.twitter.com/h5vVfpQSjU— NASA Earth (@NASAEarth) February 16, 2024
NASA ने क्या कुछ कहा?
नासा ने कहा कि डेथ वैली की यह अस्थायी झील अपना विस्तार कर रही है। इस माह की बारिश से बैडवाटर बेसिन भर गया। ये उन्नत रंग वाली लैंडसैट छवियां कई किलोमीटर चौड़ी एक उथली झील को दर्शाती हैं।
अहम तथ्य:
- डेथ वैली में अमूमन बेहद कम बारिश होती है।
- हाल के तूफानों की वजह से एक अस्थायी झील निर्मित हुई और वह अब तक कायम है।
- यह अस्थायी झील मौसम की अप्रत्याशित घटना को प्रदर्शित करती है।
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डेथ वैली, उत्तर अमेरिका के सबसे सूखे स्थानों में से एक है और यहां पर अमूमन हर साल लगभग 2 इंच (51 मिलीमीटर) बारिश होती है, लेकिन पिछले छह माह में दोगुनी बारिश ने सभी को चकित कर दिया। यहां पर 4.9 इंच बारिश दर्ज की गई। हालांकि, बारिश की दो घटनाओं की वजह से ऐसा हो सका, जिसमें हिलैरी तूफान शामिल है।