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Space Mission में भारत को मिल रहा अमेरिका का साथ, भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को ट्रेनिंग देगी NASA

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के लिए संयुक्त प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को जल्द ही आधुनिक प्रशिक्षण मुहैया कराएगी। अमेरिकी राजदूत ने कहानासा अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र के लिए संयुक्त प्रयास बढ़ाने के उद्देश्य से जल्द ही भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को आधुनिक प्रशिक्षण मुहैया कराएगी। उम्मीद है कि यह इस वर्ष या उसके बाद शुरू होगा।

By Agency Edited By: Piyush Kumar Updated: Sat, 25 May 2024 04:25 PM (IST)
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नासा जल्द ही भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को जल्द ही आधुनिक प्रशिक्षण मुहैया कराएगी।(फोटो सोर्स: जागरण)
पीटीआई, वॉशिंगटन। भारत में अमेरिका के राजदूत एरिक गार्सेटी ने कहा कि अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के लिए संयुक्त प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को जल्द ही आधुनिक प्रशिक्षण मुहैया कराएगी।

गार्सेटी ने यह बात 'अमेरिका-भारत वाणिज्यिक अंतरिक्ष सम्मेलन : अमेरिका और भारतीय अंतरिक्ष स्टार्टअप के लिए अवसरों की शुरुआत'' विषयक कार्यक्रम में कही। यह कार्यक्रम शुक्रवार को बेंगलुरु में यूएस-इंडिया बिजनेस काउंसिल (यूएसआइबीसी) और यूएस कमर्शियल सर्विस (यूएससीएस) ने आयोजित किया।

इस साल तक शुरू होगी ट्रेनिंग

अमेरिकी राजदूत ने कहा,"नासा अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र के लिए संयुक्त प्रयास बढ़ाने के उद्देश्य से जल्द ही भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को आधुनिक प्रशिक्षण मुहैया कराएगी। उम्मीद है कि यह इस वर्ष या उसके बाद शुरू होगा।"

यूएसआइबीसी के बयान के अनुसार, गार्सेटी ने बताया,"हम जल्द ही पारिस्थितिकी तंत्र, पृथ्वी की सतह, प्राकृतिक खतरों, समुद्र के बढ़ते स्तर और क्रायोस्फेयर समेत सभी संसाधनों पर नजर रखने के लिए इसरो के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से एनआइएसएआर सेटेलाइट प्रक्षेपित करेंगे।"

इसरो और नासा के बीच संयुक्त मिशन

एनआइएसएआर नासा और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के बीच एक संयुक्त मिशन है। इस एक दिवसीय कार्यक्रम में गार्सेटी के अलावा इसरो के अध्यक्ष डॉ. एस सोमनाथ और नासा के प्रतिनिधि समेत दोनों देशों के कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।

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