मणिपुर में धार्मिक हिंसा के नहीं मिले सबूत, राज्य और केंद्र सरकार ने उठाए जरूरी कदम: अमेरिकी थिंक टैंक
अमेरिकी थिंक टैंक ने मणिपुर हिंसा को लेकर अपनी रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट में कहा गया है कि हिंसा के पीछे की वजह आपसी अविश्वास अर्थव्यवस्था के प्रभाव का डर मादक पदार्थ और विद्रोह को है। राज्य और केंद्र सरकार की ओर से मणिपुर में शांति बहाली और लोगों को राहत देने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए गए हैं।
By Jagran NewsEdited By: Manish NegiUpdated: Fri, 25 Aug 2023 03:55 PM (IST)
वाशिंगटन, एजेंसी। मणिपुर में धार्मिक हिंसा को लेकर किसी तरह का साक्ष्य नहीं मिला है। एक अमेरिकी थिंक टैंक की जारी रिपोर्ट में यह दावा किया गया है। रिपोर्ट में हिंसा के पीछे की वजह आपसी अविश्वास, अर्थव्यवस्था के प्रभाव का डर, मादक पदार्थ और विद्रोह को बताया गया है। यह रिपोर्ट फाउंडेशन फार इंडिया एंड इंडियन डायसपोरा स्टडीज की ओर से पिछले हफ्ते जारी की गई है।
विदेशी हस्तक्षेप से इनकार नहीं
रिपोर्ट में विदेशी हस्तक्षेप से भी इनकार नहीं किया गया है। इसमें कहा गया है कि राज्य और केंद्र सरकार की ओर से मणिपुर में शांति बहाली और लोगों को राहत देने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए गए हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि यह बात ध्यान देने वाली है कि जनजातियों में धार्मिक ध्रुवीकरण है, लेकिन धार्मिक हिंसा के कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं। यह जातीय संघर्ष, ऐतिहासिक अविश्वास और जनजातियों में प्रतिद्वंद्विता का परिणाम है। भले ही हिंसा और विरोध प्रदर्शन शांत हो गए हैं, लेकिन लोगों में अब भी अविश्वास है और यहां से दूसरी जगह चले गए लोग मूल स्थान पर लौटने में असहज महसूस कर रहे हैं।
अमित शाह से मिले सीएम बीरेन सिंह
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने गुरुवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने गृहमंत्री शाह को राज्य की मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी दी। बीरेन सिंह ने गृह मंत्री को पूर्वोत्तर राज्य में स्थिति सामान्य बनाने के लिए उठाए गए कदमों से भी अवगत कराया। सूत्रों ने कहा कि बैठक में मणिपुर की वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर भी चर्चा की गई। एएनआई के अनुसार इस बैठक में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद रहे।29 अगस्त को विधानसभा सत्र
गौरतलब तक कि मणिपुर सरकार ने 29 अगस्त को विधानसभा का एक दिवसीय मानसून सत्र बुलाया है। 21 अगस्त को सदन की बैठक नहीं हो पाने के बाद राज्य कैबिनेट को दूसरी बार विधानसभा सत्र बुलाने की तारीख की सिफारिश करनी पड़ी क्योंकि कैबिनेट की पिछली सिफारिश के बावजूद राजभवन ने अधिसूचना जारी नहीं की।इससे पहले बुधवार को इंफाल पूर्वी जिले में 300 से अधिक परिवारों को अस्थायी आश्रय गृह सौंपे जाने के बाद कार्यक्रम में बीरेन ¨सह ने कहा कि मणिपुर में स्थिति धीरे-धीरे सुधर रही है।
बीरेन सिंह ने गुरुवार को कहा कि संसद में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के संबोधन से राज्य में शांति स्थापित करने में मदद मिली। मणिपुर हिंसा पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आज मणिपुर में जो हो रहा है उसके लिए कांग्रेस ही जिम्मेदार है।