कनाडा की तर्ज पर अमेरिका ने लगाया भारत पर आरोप, अमेरिकी जांच एजेंसी FBI ने कथित साजिश का किया पर्दाफाश
अखबार ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि अमेरिका ने इस साजिश का ब्योरा अपने सहयोगी देश कनाडा और कई अन्य से साझा किया था। मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत से यह विरोध तब दर्ज किया गया जब जून में राजकीय दौरे पर आए भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने स्वागत किया था।
By AgencyEdited By: Babli KumariUpdated: Wed, 22 Nov 2023 10:48 PM (IST)
रायटर, वाशिंगटन। अमेरिकी प्रशासन ने अपनी जमीन पर एक सिख आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश को नाकाम करने का दावा करते हुए भारत पर इस साजिश में शामिल होने का आरोप लगाया है। कनाडा की ही तर्ज पर अमेरिका के रवैये का ब्योरा एक मीडिया रिपोर्ट में दिया गया है। खालिस्तानी आतंकी और अमेरिका में केंद्रित प्रतिबंधित अलगाववादी संगठन सिख फार जस्टिस (एसएफजे) का जनरल काउंसिल कहा जाने वाला पन्नू अमेरिकी और कनाडाई नागरिक है।
फाइनेंशियल टाइम्स के अनाम सूत्रों ने बुधवार को अपनी रिपोर्ट में यह नहीं बताया कि अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआइ ने कथित साजिश का पर्दाफाश किया या फिर भारत को दी गई चेतावनी के बाद साजिशकर्ताओं ने इस साजिश से ही पल्ला झाड़ लिया। अखबार का दावा है कि गुरपतवंत सिंह पन्नू को जान से मारने की साजिश थी।
गुरपतवंत सिंह पन्नू को जान से मारने की साजिश का दावा
अखबार ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि अमेरिका ने इस साजिश का ब्योरा अपने सहयोगी देश कनाडा और कई अन्य से साझा किया था। मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत से यह 'विरोध' तब दर्ज किया गया जब जून में राजकीय दौरे पर आए भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने स्वागत किया था। भारत को कूटनीतिक चेतावनी के अलावा, अमेरिकी संघीय अधिवक्ताओं ने न्यूयार्क की एक जिला अदालत में कम से कम एक संदिग्ध के खिलाफ एक सीलबंद अभियोग दर्ज किया है।लेकिन अमेरिकी मीडिया की यह रिपोर्ट कनाडा के भारत पर लगाए आरोपों के दो महीने बाद आई है। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने सितंबर में यह आरोप लगाया था कि इसी साल जून में कनाडा के वैनकूवर में सिख अलगावादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या एक भारतीय एजेंट ने की है। भारत ने कनाडा के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है।