मिडिल ईस्ट में B-52 बम वर्षक और मिसाइल डिस्ट्रॉयर तैनात करेगा अमेरिका, ईरान हो सकता है निशाना
मिडिल ईस्ट में तनाव बढ़ता जा रहा है। इजरायल में भी ईरान के हमले को लेकर अलर्ट है। इस बीच अमेरिका ने क्षेत्र में अधिक विमानों की तैनाती का आदेश दिया है। इन विमानों की तैनाती के माध्यम से अमेरिका ईरान को खुला चेतावनी दे रहा है। अमेरिका ने यह भी स्पष्ट किया है कि वह हर हाल में इजरायल की रक्षा करेगा।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मध्य पूर्व में ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते तनाव की वजह से अब अमेरिका ने इस इलाके में बमवर्षक विमान, लड़ाकू फाइटर प्लेन और नौसेना के विमानों को भेजने का आदेश दिया है। यह जानकारी पेंटागन के प्रेस सचिव मेजर जनरल पैट राइडर ने दी।
उल्लेखनीय है कि एक अक्टूबर को ईरान ने इजरायल पर 180 से अधिक बैलेस्टिक मिसाइलों से हमला किया था। ठीक 25 दिन बाद इजरायल ने ईरान के सैन्य ठिकानों पर लड़ाकू विमानों से हमला किया। अब ईरान ने बार फिर इजरायल पर पलटवार करने की बात कही। यही वजह है कि अमेरिका मध्य पूर्व में अधिक विमानों की तैनाती करने में जुटा है।
इन विमानों की तैनाती करेगा अमेरिका
अमेरिका ने कई बी-52 बमवर्षक विमान, लड़ाकू विमानों का एक स्क्वाड्रन, टैंकर विमान और नौसेना के विध्वंसक विमानों को तैनात करने का आदेश दिया है। जल्द ही यह विमान पश्चिम एशिया पहुंचेंगे। उधर, यूएसएस अब्राहम लिंकन युद्धपोत जल्द ही अमेरिका लौट जाएगा। यूएसएस अब्राहम लिंकन विमानवाहक पोत और उसके स्ट्राइक ग्रुप में शामिल तीन विध्वंसक जल्द ही सैन डिएगो स्थित बंदरगाह पहुंच जाएंगे।इजरायल की रक्षा करेंगे: अमेरिका
अमेरिका ने कहा कि वह किसी भी हाल में इजरायल की रक्षा करेगा। एक अक्टूबर को ईरानी हमले को निष्क्रिय करने में अमेरिकी सेना ने इजरायल की काफी मदद की थी। इजरायल के हमले के बाद अमेरिका ने ईरान को स्पष्ट चेतावनी दी है।अमेरिका ने कहा कि ईरान को इजरायल पर हमला करने की गलती नहीं करनी चाहिए। अगर ऐसा हुआ तो घातक परिणाम होंगे। जानकारी के मुताबिक ईरान पर इजरायल के हमले में एक सैन्य बेस को भारी नुकसान पहुंचा है। इस बेस में बैलेस्टिक मिसाइलों का उत्पादन होता है। यह बेस ईरान के अंतरिक्ष कार्यक्रम का भी हिस्सा है।